- 76 संक्रमित पाए जाने के बावजूद महज तीन दिन में दे दी गई क्लीन चिट ?
जनवाणी ब्यूरो |
ऋषिकेश: उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित होटल ताज में 76 कोरोना संक्रमित पाए जाने के बावजूद महज तीन दिन में सील खोलने को लेकर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।
गौरतलब है कि इतनी बड़ी संख्या में संक्रमित पाए जाने के बाद जिला प्रशासन ने होटल को तीन दिन के लिए बंद कर दिया गया था। स्मरण रहे बदरीनाथ राजमार्ग स्थित सिंगटाली के समीप इस होटल में 25 मार्च को भी होटलकर्मियों का सैम्पललिया गया था।
ऋषिकेश के होटल ताज पर मेहरबानी समझ से परेhttps://t.co/L4vosher3T@PMOIndia @TIRATHSRAWAT @WHO
— JANWANI NEWS OFFICIAL (@JanwaniTv) April 4, 2021
जिसकी रिपोर्ट विगत शनिवार को आई थी, जिसमें 25 होटल कर्मी संक्रमित पाए गए थे। राज्य में जिस तरह एक्टिव केस की संख्या में इजाफा हो रहा है, उस लिहाज से इतनी बड़ी संख्या में संक्रमित पाया जाना और इतनी अल्प अवधि और बगैर कंटेनमेंट जोन न किया जाना हैरत में डालने वाला फैसला लगता है।
हैरत की बात ये कि जब कुंभ को लेकर इतनी सतर्कता और सजगता बरती जा रही है तो फिर रिहायशी इलाके में मौजूूद एक होटल विशेष पर इतनी मेहरबानी की वजह क्या है।
एक दो नहीं, बल्कि 76 केस पाजीटिव पाए जाने का मतलब है कि हालात गंभीर थे, फिर प्रशासन महज तीन दिन में सील लगाने की औपचरिकता निभाता क्यूं दिखा।
इतने केस पाजीटिव केस और कंटेनमेंट जोन जैसी सख्ती न दिखाने का तात्पर्य क्या है। याद करिए हरियाणा में ख्यातिप्राप्त सुखदेव होटल को 14 दिन की जगह 32 दिन की पाबंदियां घोषित की, जबकि वहां इससे तिहाई केस भी नहीं मिली थी। फिर 76 केस मिलने के बावजूद महज तीन दिन में क्लीन चिट देने की वजह क्या है।