- न ग्रीन रोड का निर्माण शुरू और न ही बनाई सड़कें
- नए कार्यालय भवन का निर्माण भी पड़ा है अधूरा
- कूड़ा निस्तारण की समस्या भी बनी हुई है गंभीर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: नगर निगम के अधिकारी महानगरवासियों को सब्जबाग दिखाकर कुंभकर्णी की नींद सो गए। अधिकारियों की उदासीनता के चलते न तो ग्रीन रोड का निर्माण शुरू हुआ और न ही महत्वपूर्ण सड़कें बनाई गर्इं। कूड़ा निस्तारण की समस्या भी गंभीर बनी है। हद तो यह है कि नगर निगम के नए भवन का निर्माण भी आधूरा है। अधिकारियों की उदासीनता के चलते नगरवासी परेशान हैं।
सीएम ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्कीम में प्रदेश के 17 नगर निगमों में प्रदेश की पहली नगर निगम की गांधी आश्रम चौराहे से तेजगढ़ी चौराहे की सड़क को शामिल किया गया। शासन ने इस सड़क निर्माण के लिए लगभग 47 करोड़ स्वीकृत किए। इस सड़क के चौड़ीकरण के साथ रोड से सभी बिजली के खंभों ट्रांसफार्मरों को हटाकर गलियों में शिफ्ट करने, नाला को पाटने, पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ का निर्माण करने तथा डिवाइडरों का चौड़ीकरण करके उनमें पौधे लगाने तथा सड़क का चौड़ीकरण करना प्रस्तावित है।
इस सड़क शिलान्यास 11 सितंबर को प्रदेश के ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेन्द्र तोमर ने किया था, लेकिन आज तक वहां कोई कार्य शुरू नहीं किया गया। हद तो यह है कि हापुड़ अड्डा चौराहे से लेकर गांधी आश्रम तक और तेजगढ़ी चौराहे से काली नदी के पुल तक सड़क की हालत खस्ता है, पर नगर निगम ने उसका भी निर्माण नहीं किया। इसी तरह दिल्ली रोड गड्ढों से छलनी हो रही, खैरनगर बाजार की सड़क, घंटाघर से डीएन कालेज तक, मेट्रो प्लाजा से भूमिया पुल चौराहे तक सड़क में गड्ढों की भरमार है, पर नगर निगम इन सड़कों का निर्माण नहीं करा रही।
वहीं, दूसरी ओर भीड़भाड़ वाले शहरी क्षेत्र में स्थित नगर निगम के दफ्तर होने के से परेशानी के मद्देनजर नगर निगम ने गढ़ रोड पर नई सड़क से सटी भूमि पर नए कार्यालय भवन का निर्माण वर्ष 2023 में शुरू कराया था, लेकिन एक वर्ष से अधिक का समय बीतने के बाद भी उक्त भवन बनकर तैयार नहीं हो पाया। इतना ही नहीं नगर निगम ने महानगर से निकलने वाले कूड़े के निस्तारण के लिए एनटीपीसी के साथ अनुबंध किया। इस अनुबंध के तहत एनटीपीसी को अपने खर्च पर गांव गांवड़ी में प्लांट लगाने का अनुबंध किया। उक्त अनुबंध हुए तीन माह बीत गए, पर धरातल पर कोई कार्य नजर नहीं आया। ऐसे में नगर निगम के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
शीघ्र शुरू होगा स्मार्ट रोड निर्माण, अन्य सड़कें भी बनेंगी: देवेन्द्र
नगर निगम के निर्माण अनुभाग के मुख्य अभियंता देवेन्द्र कुमार का कहना है कि गांधी आश्रम से लेकर तेजगढ़ी चौराहे तक की सड़क का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा। कई अन्य सड़कों के प्रस्ताव तैयार किए गए। नगर निगम की कार्यकारिणी व बोर्ड की बैठक में उन्हें रखा जाएगा। बोर्ड से हरी झंडी मिलने पर उनका भी निर्माण कराया जाएगा। नगर निगम का नया भवन लगभग बनकर तैयार है, प्लास्टर व पत्थर तथा टाइल्स आदि लगाने का कार्य शेष रह गया है। इन कार्यांे को भी जल्दी पूरा कराया जाएगा।
कैंट विधायक का जनता को न्यू ईयर गिफ्ट
मेरठ: कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने नववर्ष के शुभारंभ के अवसर पर क्षेत्रवासियों को शुभकामनाएं देते हुए अवगत कराया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में लोक निर्माण विभाग, उत्तर प्रदेश, लखनऊ को प्रेषित उनके प्रस्ताव पर सीएम योगी ने मवाना रोड (एनएच-34) कसेरूखेड़ा नाले से मोदीपुरम एनएच-58 तक (मीनाक्षीपुरम, मामेपुर ललसाना एवं शीलकुंज कालोनी तक) 3.170 किमी लम्बे और 5.18 करोड़ (पांच करोड़ 18 लाख तथा मलियाना-लखवाया (भोला) 3.800 किमी लंबे मार्ग को रुपये 4.20 करोड़ (चार करोड़ 20 लाख रुपये) की लागत से और कंकरखेड़ा पावलीखुर्द (खिर्वा रोड) की चार लेन चौड़ाई पूरी करने के लिए 350 मीटर लंबे मार्ग की लागत रुपये 1.02 करोड़ (एक करोड़ दो लाख) सहित कुल 10.40 करोड़ (10 करोड़ 40 लाख रुपये) की लागत से मार्गों का चौड़ीकरण एवं सुद्रढ़ीकरण स्वीकृत कर दिया है।
साथ ही रेलवे मंत्रालय भारत सरकार द्वारा कैंट विधायक के प्रस्ताव पर रेलवे फाटक नंबर-27, 28 तथा 29 रोहटा फ्लाईओवर के बाद कंकरखेड़ा की ओर फाजलपुर फाटक, आर्मी गोल्फ कोर्स फाटक, कासिमपुर फाटक पर अंडरपास बनाए जाने की स्वीकृति प्रदान की गई है। टेंडर प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। इसके अतिरिक्त डिस्टलरी फाटक नंबर-29-ए पर फ्लाईओवर के लिए सैन्य प्रशासन की स्वीकृति की प्रतिक्षा है। कैंट विधायक अमित अग्रवाल द्वारा बताया गया है कि उपरोक्त प्रस्तावों से मेरठ कैंट क्षेत्रवासियों सहित महानगर वासियों की सबसे बड़ी यातायात की समस्या से निजात मिल सकेगी और आवागमन सुगम हो जायेगा।