- कहा-कुंभ में पहली बार आएगा किन्नर अखाड़ा
जनवाणी ब्यूरो |
हरिद्वार: किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने हरकी पैड़ी पर गंगा पूजन, दक्ष मंदिर और माया देवी मंदिर में पूजा-अर्चना कर आगामी कुंभ में किन्नर अखाड़े की सहभागिता की घोषणा कर दी। महामंडलेश्वर ने कहा कि किन्नर अखाड़ा पहली बार कुंभ में आएगा। इसके लिए जूना अखाड़े के साथ बातचीत चल रही है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने अन्य 13 अखाड़ों की तरह सुविधाएं नहीं दी तो किन्नर अखाड़ा अपने सम्मान और धर्म ध्वजा लेकर चलने को तत्पर है। बृहस्पतिवार सुबह आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी किन्नर अखाड़े के संतों के साथ हरकी पैड़ी पहुंचे।
श्री गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा ने महामंडलेश्वर को गंगा पूजन कराया। महामंडलेश्वर ने मां गंगा से कोविड-19 के प्रकोप के अंत और सुरक्षित कुंभ आयोजन की प्रार्थना की। आचार्य लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने हरकी पैड़ी क्षेत्र के सौंदर्यीकरण के लिए सरकार और मेला प्रशासन के प्रयासों की सराहना की।
गंगा पूजन के बाद महामंडलेश्वर ने दक्ष महादेव मंदिर एवं माया देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की। महामंडलेश्वर ने कहा कि आगामी कुंभ में किन्नर अखाड़ा अपनी भागीदारी निभाएगा। जूना अखाड़े के साथ उनकी बातचीत चल रही है। यदि किसी कारणवश अखाड़ा परिषद से साथ नहीं मिला तो वो सरकार से वार्ता करेंगे और अपना हक मांगने के लिए स्वतंत्र हैं।
उन्होंने कहा कि प्राचीनकाल से किन्नर समाज हिंदू धर्म का अंग रहा है। लेकिन, आक्रांताओं ने किन्नर समाज का जमकर शोषण किया। सनातनी हिंदुओं को किन्नर समाज के उत्थान के लिए आगे आना चाहिए।
किसान आंदोलन पर आचार्य महामंडलेश्वर ने कहा कि हर समस्या का समाधान आपसी बातचीत से संभव है। दोनों पक्ष एक मेज पर बैठें और इसे समाप्त करें। उम्मीद जताई कि बातचीत से कुछ किसान समझेंगे और कुछ सरकार, मामले की समाधान हो जाएगा।