Saturday, September 14, 2024
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हमारे हाल पर छोड़ दो और गुमनाम जीने दो

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  • अजीत उर्फ गज्जू ने हमें समाज में कही मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा
  • आरोपी के जेल जाने के दूसरे दिन गांव में मीडिया कर्मियों का जमावड़ा लगा

जनवाणी संवाददाता |

सरूरपुर: मैनापूठी के कुकृत्य प्रकरण के आरोपी के जेल जाने के दूसरे दिन गांव में जहां मीडिया कर्मियों का जमावड़ा लगा रहा। वहीं, पुलिस इस मामले में अब साक्षी जताने के लिए लगी हुई है और आरोपी को सख्त सजा दिलाने की बात कह रही है। वहीं, दूसरी ओर पीड़ित परिवार वालों ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि आरोपी अजीत ने उन्हें कहीं समाज में मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा है। उनके बच्चे गुमनाम जिंदगी जीना चाहते हैं। इसे लेकर गांव में गम गुस्से और बेबसी का माहौल बना हुआ है। वहीं, दूसरी ओर चिल्ड्रन फाउंडेशन द्वारा गांव को पहले से ही गोद लिया गया है, जो इस मामले को सुप्रीम कोर्ट तक ले जाना चाहते हैं और आरोपी को सख्त सख्त सजा दिलाना चाहता है।

बता दें कि मैनापूठी निवासी अजीत उर्फ गज्जू ने गांव के 30 से भी अधिक युवक व नाबालिगों के साथ कुकृत्य प्रकरण को न सिर्फ अंजाम दिया था, बल्कि उनकी वीडियो बनाकर उन्हें वायरल करके ब्लैकमेल कर अवैध वसूली कर रहा था। मामले का खुलासा सोशल मीडिया पर हुई वीडियो वायरल के आधार पर हुआ था। जहां मामला लगातार पिछले सप्ताह से मीडिया की सुर्खियां बना हुआ है। मामले को लेकर मैनापूठी गांव को गोद लेने वाले कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन ने भी संज्ञान लिया और आरोपी के खिलाफ की सख्त सजा दिलाने की बात कही। इसी मामले को लेकर आरोपी को बीते मंगलवार को गिरफ्तार कर जेल तो भेज दिया गया, लेकिन दूसरे दिन में गांव में मीडिया और चिल्ड्रन फाउंडेशन से जुड़े कर्मियों का भारी जमावड़ा रहा।

इसे लेकर गांव में अभी भी आरोपी के खिलाफ गम, गुस्सा और बेबसी का माहौल बना हुआ है। पीड़ित परिवार वालों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि उन्होंने अजीत उर्फ गज्जू ने समाज में कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा है। उन्होंने मीडिया से कहा कि हमें हमारे हाल पर छोड़ दीजिए और हमारे बच्चों को गुमनाम जिंदगी जीने दो। अजीत की हरकतों से तंग हो चुके परिवार वाले अब इस मामले को ज्यादा उछालना नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें गुमनाम जिंदगी जीने दो। साथ ही इस मामले में पुलिस ने भी अब साक्ष्य जुटाने के लिए कहा है।

पुलिस का कहना है कि साक्ष्य जुटाकर आरोपी को सख्त से सख्त सजा दिलाने का प्रावधान किया जाएगा। पुलिस ने बताया कि चार्जशीट में आरोपी के खिलाफ तमाम सबूत और साक्ष्य संलग्न करके सख्त सजा दिलाई जाएगी। पॉक्सो अधिनियम के तहत भी आरोपी को कानून के तौर पर सख्त सजा दिलवाई जाएगी। वहीं कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के परियोजना निदेशक पुष्पेंद्र ने भी कहा कि मामले में वह भी सक्रिय है और आरोपी को सख्त सजा के लिए सुप्रीम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटाएंगे।

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