भगवान श्री कृष्ण की बात करना भारतीय जनता पार्टी का एजेंडा नहीं – मनीष यादव, श्रीकृष्ण जन्मभूमि, मुख्य पक्षकार
यादवों को मुसलमान बनाने की ओर बढ़ रहा एक विशेष समुदाय – मनीष यादव, श्रीकृष्ण जन्मभूमि, मुख्य पक्षकार
हम अपने गौरव, मान और सम्मान के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते – मनीष यादव, श्रीकृष्ण जन्मभूमि , मुख्य पक्षकार
श्री कृष्ण जन्मभूमि के दर्शन करने जाएंगे तो उस परिसर को देखेंगे तो यदुवंशियों के माथे पर मुसलमान का ठप्पा लगा हुआ है – मनीष यादव, श्रीकृष्ण जन्मभूमि, मुख्य पक्षकार
जनवाणी संवाददाता |
लखनऊ ब्यूरो: यादव मंच के कार्यक्रम में श्री कृष्ण जन्मभूमि को लेकर बड़ी बैठक की गयी, जिसमें मनीष यादव, श्रीकृष्ण जन्मभूमि , मुख्य पक्षकार ने कहा, आज यादव समाज भाजपा का आखिर क्यों विरोध कर रहा है, वह भी समाजवादी पार्टी की संकुचित विचारधारा वाले लोगों के कहने पर। मैं आपको बता दूं, यदुवंशी और ब्राह्मण समाज के मध्य समन्वय इतिहास को जान लीजिए, जब यदुवंश की मान, स्वाभिमान एवं सम्मान की बात आई तो, स्वयं धर्म रक्षा के लिए धर्म शिरोमणि भगवान दादा परशुराम ने स्वयं सुदर्शन चक्र भगवान श्री कृष्ण को धर्म रक्षा हेतु दिया था।
मनीष यादव, श्रीकृष्ण जन्मभूमि, मुख्य पक्षकार ने कहा, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के नेतृत्व में उस युग को दोहरा लीजिए, तब भी ब्राह्मणो के आशीर्वाद से यदुवंश शिखर पर पहुंचा । जिसे कोई छू नहीं पाया और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक एवं उनकी सरकार के आशीर्वाद व सहयोग से उस इतिहास को दोहराने का समय आ गया है, उस कलंक को भी मिटा दीजिए जो यादवो के माथे पर बड़ा सा लगा हुआ है और वह कलंक कुछ और नहीं, हमारे आराध्य भगवान श्री कृष्ण की जन्मभूमि पर आक्रांताओं का अवैध कब्जा है।
इस मौके उपस्थित उत्तर प्रदेश, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने श्री कृष्ण जन्मभूमि आंदोलन में पूर्ण रूप से सहयोग देने का आश्वासन देने के साथ ही यादव समाज के साथ सदैव कंधे कंधे मिला कर चलने की बात कही, इसी के साथ उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश मे इतिहास गवाह है जो राम का नहीं हुआ वो कृष्ण का क्या होगा, जो कृष्ण का नहीं हुआ वो यदुवंशी कैसे हो सकता है।
कार्यक्रम का आयोजन होटल फार्च्यून, दैनिक जागरण चौराहा, राणा प्रताप मार्ग, हज़रतगंज मे किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक एवं कृष्ण जन्मभूमि, मुख्य पक्षकार मनीष यादव समेत उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों से भी यादव समाज के लोग बड़ी तादाद में उपस्थित रहे ।