जनवाणी ब्यूरो |
रुड़की: मां दुर्गा के चतुर्थ स्वरूप मां कुष्मांडा की मंगलवार को विधिवत रूप से पूजा-अर्चना की गई। भक्तों ने मां के दरबार में मत्था टेका और उन्हें लाल चुनरी, नारियल, पुष्प, फल, मिष्ठान आदि पूजन सामग्री अर्पित की।
शहर के प्रसिद्ध दुर्गा चौक मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित जगदीश प्रसाद पैन्यूली ने भक्तों को प्रवचन देते हुए बताया कि मां कुष्मांडा के पूजन से भक्तों को सफलता, सुख और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
मां दुर्गा के इस स्वरूप की पूजा से भक्तों के सभी मनोरथ पूरे होते हैं। वहीं मंदिर में पंडित प्रकाश नौटियाल व पंडित दिनेश सेमवाल ने भक्तों के कल्याण के लिए दिनभर देवी का पाठ किया। इस अवसर पर अनिल अग्रवाल, रीमा बंसल, अखिल अग्रवाल, जगदीश देशप्रेमी, राजकुमार, बीना, उषा सिघल, आशा आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।
वहीं पश्चिमी अंबर तालाब स्थित मनकामेश्वरी दुर्गा देवी मंदिर में चतुर्थ नवरात्र पर मां कुष्मांडा की पूजा-अर्चना मंदिर पुरोहित आचार्य आदर्श भारद्वाज व आचार्य विकास भदुला ने संपन्न करवाई।
मंदिर में मां का भव्य श्रृंगार किया गया। आरती के बाद फलाहार प्रसाद का वितरण किया गया। नवीन कुमार जैन ने नगरवासियों से अपील की है कि नवरात्र में माता मनकामेश्वरी दुर्गा देवी के दर्शन कर अपनी मनोकामना पूर्ण करें। बताया कि नवरात्र में दोपहर तीन बजे से भजन-कीर्तन का आयोजन किया जा रहा है।
पूजा-अर्चना करने वालों में अंतरिक्ष जैन, पूजा जैन, मनोज जैन, अनुज कुमार जैन, रेखा, दीपा, अलका, ईशा, नैना, वर्णिका, कीर्ति, सांची, मिशी, यश, कृष, कृष्णा आदि शामिल रहे। इसके अलावा नहर किनारे स्थित श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर, रामनगर के श्रीराम मंदिर समेत अन्य मंदिरों में भी मां कुष्मांडा के नाम के जयकारे लगे।