- नाले का पानी सड़क पर आने से बन गए गहरे गड्ढे
- लोगों का पैदल चलना भी हुआ दुश्वार, आए दिन होते हैं हादसे
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर की एक बड़ी आबादी के लिए मुसीबत बने माधवपुरम नाला की सुध लेकर उसकी साफ सफाई की फुर्सत नगर निगम अफसरों को नहीं है। वहीं दूसरी ओर लोगों ने आशंका जतायी है कि यदि बारिश हो गयी जैसी कि आशंका मौसम विभाग ने जतायी है, तो पूरे माधवपुरम इलाके की दुर्दशा हो जाएगी। गंदगी व पॉलीथिन से जाम पड़ा माधवपुरम के नाले का पानी सड़कों से होता हुए घरों में घुसना शुरू हो जाएगा, लोगों को फिर से नारकीय हालात का सामना करना पडेÞगा। उनका कहना है कि बारिश से पहले कम से कम एक बार तो नाले की तल्ली झाड़ सफाई करा दी जाए।
लोगों ने बताया कि दिल्ली रोड से शुरू होकर यह नाला लिसाड़ी रोड पर अंजुम पैलेस के पास तक जाता है। उसके आगे यह नाला बंद हो जाता है। पानी के आगे जाने का इंतजाम न होने की वजह से यह नाला जोहड़ में तब्दील हो गया है। गांव के जोहड़ तो फिर भी साफ होते हैं, लेकिन माधवपुरम के नाला तो जोहड़ से भी बदतर हो गया है। हालात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें अरसे से पानी का बहाव रुका हुआ है। माधवपुरम के पूरे इलाके का कूड़ा कचरा इसी नाले में लोग फेंक रहे हैं। न तो कचरा फेंकना रोका जा रहा है
और न ही इसकी सफाई करायी जा रही है, जिसकी वजह से अक्सर नाले का पानी सड़कों पर बहता है। नाला का पानी सड़कों पर आने के कारण आसपास के सड़कें टूट गयी हैं। कुछ जगह पर तो यह सड़क इतनी ज्यादा खराब हो गयी है कि वहां से पैदल गुजरना भी दुश्वार हो गया है। रात के अंधेरे में अक्सर इन रास्तों पर लोग दुर्घटना का शिकार होकर चोटिल हो जाते हैं। जो ग्रीन बेल्ट बनायी गयी थी, नाले का पानी भरने की वजह से वह ग्रीन बेल्ट भी पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। नाला साफ कराकर इसके निकासी का समुचित प्रबंध करा दिया जाए तो कम से कम सड़कों पर तो नाले का पानी नहीं आएगा। साथ ही गंदगी से भी निजात मिल सकेगी।