जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: हरियाणा के करनाल में शनिवार को किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध ने तेजी पकड़ ली है। संयुक्त किसान मोर्चा ने रविवार को सड़कें जाम करने की बात कही है। नूंह में महापंचायत भी बुलाई गई है। किसान मोर्चा ने SDM आयुष सिन्हा को हटाने की भी मांग की है। दरअसल, आयुष सिन्हा का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो यह कहते दिखाई दे रहे हैं कि बैरिकेड के आगे कोई किसान जाए तो उसका सिर फोड़ देना।
वीडियो में आयुष पुलिसवालों से कह रहे हैं कि कोई यहां से निकलने की कोशिश करे तो लठ्ठ उठा-उठा के मारना बस। मैं स्पष्ट ऑर्डर देता हूं, उसका सिर फोड़ देना। कोई डाउट नहीं है, किसी डायरेक्शन की जरूरत नहीं है। ये नाका किसी हालत में तोड़ने नहीं देंगे। पीछे और फोर्स लगी है। यहां आपको लगा रखा है शुरू में। हेलमेट पहन लो। यहां से एक बंदा भी नहीं जाना चाहिए और अगर गया तो सिर फूटा होना चाहिए उसका।
वरुण गांधी ने कहा- उम्मीद करता हूं वीडियो एडिटेड होगा
ये वीडियो उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने शेयर किया है। उन्होंने लिखा- उम्मीद करता हूं कि ये वीडियो एडिट किया हो और अफसर ने ऐसी बात न कही हो। अगर उन्होंने ऐसा कहा है तो लोकतांत्रिक भारत में इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
I hope this video is edited and the DM did not say this… Otherwise, this is unacceptable in democratic India to do to our own citizens. pic.twitter.com/rWRFSD2FRH
— Varun Gandhi (@varungandhi80) August 28, 2021
राकेश टिकैत ने अफसर को बताया तालिबानी कमांडर
किसान नेता राकेश टिकैत ने इस घटना के बारे में कहा है कि देश में सरकारी तालिबानियों का कब्ज़ा हो चुका है। देश में इनके कमांडर मौज़ूद है। इन कमांडरों की पहचान करनी होगी। जिन्होंने आदेश दिया सर फोड़ने का वहीं कमांडर है।
पुलिस ने लगाया किसानों पर पत्थरबाजी करने का आरोप
करनाल में शनिवार को किसान भाजपा की बैठक का विरोध करने जा रहे थे। बसताड़ा टोल प्लाजा पर पुलिस और जवानों ने किसानों को रोक लिया। इसके बाद किसानों पर लाठीचार्ज किया गया। पुलिस ने कहा था कि इलाके में धारा 144 लगी थी और किसानों को वहां से जाने के लिए कहा गया था, पर उन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दी।
पुलिस की लाठीचार्ज में घायल हुआ एक किसान।
पानीपत टोल प्लाजा जाम करते किसान और मौके पर तैनात पुलिस।
पुलिस ने कहा कि किसानों के पत्थर फेंकने के बाद उन्हें लाठीचार्ज करना पड़ा। इस घटना में कई किसानों को चोट लगी और कई पुलिस वाले भी घायल हुए। नाराज किसानों ने हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी, जींद, रोहतक, अम्बाला, करनाल, पानीपत व सोनीपत समेत तमाम जिलों में नेशनल हाईवे और टोल प्लाजा पर जाम लगा दिया था। इस मामले में पुलिस ने 17 किसानों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने करीब 130 किसानों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।