जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: आज बुधवार को छत्तीसगढ़ में नक्सल उन्मूलन अभियान के दौरान सुरक्षाकर्मीयों को बड़ी कामयाबी मिली है। दरअसल, कोंडागांव और नारायणपुर जिले की सीमा पर स्थित किलम-बरगुम के जंगलों में मंगलवार देर शाम हुई एक मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो इनामी नक्सलियों को मार गिराया। मारे गए नक्सलियों में एक डिविजनल कमेटी सदस्य हलदर और दूसरा एरिया कमेटी सदस्य रामे शामिल हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार हलदर पर 8 लाख रुपये और रामे पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था। दोनों लंबे समय से पूर्वी बस्तर डिवीजन में नक्सली गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे।
मुठभेड़ में बरामद हुए ये हथियार
मुठभेड़ स्थल से सुरक्षाबलों ने एक एके-47 राइफल, अन्य हथियार, विस्फोटक सामग्री और कई अन्य नक्सली दस्तावेज एवं सामान बरामद किए हैं। घटना के बाद पूरे इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है ताकि किसी और नक्सली की उपस्थिति या ठिकानों का पता लगाया जा सके।
क्या बोले रूपेश मंडावी?
रूपेश मंडावी ने बताया कि उसने माओवादी संगठन की खोखली और अमानवीय विचारधारा साथ ही संगठन के भीतर बढ़ते मतभेदों और अंदरूनी संघर्षों से निराश होकर आत्मसमर्पण का निर्णय लिया। वह राज्य सरकार की नई आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति से प्रभावित हुआ। जिसने उसे मुख्यधारा में लौटने का विश्वास दिलाया