- लोगों को बेसब्री से इंतजार, पीडब्ल्यूडी के पास आॅनलाइन आया एक ही टेंडर, कैसे करें स्वीकृत
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मलियाना पुल जर्जर हो चुका हैं। इसमें दरारे आ चुकी हैं। इसे पीडब्ल्यूडी ने भी स्वीकारा है। टेंडर प्रक्रिया भी की गई, मगर एक टेंडर ही पीडब्ल्यूडी के पास आॅनलाइन आया है। अब एक टेंडर को स्वीकृत कैसे किया जाए? इसको लेकर पीडब्ल्यूडी के अधिकारी धर्मसंकट में पड़ गए हैं।
अब शासन स्तर से इसके लिए स्वीकृति की मांग की गई, जिसके बाद ही टेंडर प्रक्रिया होगी। इसके बाद ही आगे बात आगे बढ़ेगी। क्योंकि, एक मात्र टेंडर लगाने के मामले में अधिकारी भी अपना बचाव करते हैं। क्योंकि, एक टेंडर करने की किसी ने शिकायत कर दी तो फिर पूरे मामले पर जांच बैठ सकती हैं।
यही वजह है कि पीडब्ल्यूडी के अधिकारी इस मामले में एक टेंडर पर काम चालू कराने से बच रहे हैं। यह पूरा काम ही टेक्नीकल तरीके से किया जाएगा। इसके लिए विशेषज्ञ ही कामयाब हो सकते हैं। ऐसा मामला है पीडब्लयूडी के एक्सईएन अरविन्द कुमार का।
दरअसल, एक वर्ष पहले मलियाना पुल से ट्रक रैलिंग तोड़ते हुए नीचे गिर गया था, जिसमें बड़ा हादसा टल गया था। पुल में दरार आने की बात को भी पीडब्ल्यूडी के अधिकारी स्वीकारते हैं। इसी वजह से इसकी मरम्मत पर 60 लाख रुपये खर्च करने का बजट रखा गया है।
इस धनराशि पर भी कंपनी पुल की मरम्मत करने को तैयार नहीं है। क्योंकि इसके टेंडर तीन बार डाले जा चुके हैं, जिसमें किसी भी कंपनी ने प्रतिभाग ही नहीं किया। इस बार एक कंपनी ने प्रतिभाग अवश्य किया, लेकिन दूसरी कोई कंपनी इस टेंडर में शामिल नहीं हुई।
पुल की जो लचक थी, वो भी खत्म हो रही है। इसके जोड़ पर लचक बनाने के लिए कंपनी काम करेगी। इसमें लंबी प्रक्रिया की जाएगी। पुलों के विशेषज्ञ ही इसमें काम कर सकते हैं। ऐसा मानना पीडब्लयूडी के अधिकारियों का है। अभी मलियाना पुल मरम्मत के लिए इंतजार करना पड़ेगा।
अगले सप्ताह से चालू होगा काम
बागपत रोड पर जो काम रुका हुआ था, उस पर अगले सप्ताह से काम चालू होगा। ऐसा दावा पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन अरविन्द कुमार का है। उनका कहना है कि काम बीच में रुक गया था। मार्च में कलोजिंग का कार्य चलता है। इस वजह से काम बंद हो गया था।
अब फिर से ठेकेदार को लिखा गया है कि जल्द से जल्द बागपत रोड का अधूरा काम पूरा किया जाए। ज्वाइंट का काम अधूरा है, जिसको अगले सप्ताह से आरंभ कर दिया जाएगा। फुटबाल चौराहे से आगे चलकर भी सड़क अधूरी पड़ी है, जिसको पूरा नहीं किया गया है। इसी तरह से बागपत बाइपास की तरफ से भी आगे बढ़ते ही सड़क अधूरी है। इस पर काफी काम बाकी है।
इसको भी ठेकेदार ने अभी तक पूरा नहीं किया है, जिसके चलते आये दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही है। इस तरह से पीडल्ब्यूडी के अधिकारियों व ठेकेदार ने आंखें मूंद ली है।
एक्सप्रेस-वे: फ्रेट कॉरीडोर के गाडर रखने का काम पूरा, खत्म किया डायवर्जन
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे तो कई दिन पहले जनता के लिए ओपन हो चुका हैं, लेकिन एक्सप्रेस-वे पर मुरादाबाद गांव के पास वन-वे किया था। इसकी वजह है फ्रेट कॉरीडोर के लिए एक्सप्रेस-वे पर पुल का निर्माण किया जा रहा है। पुल पर गाडर रखने का काम सोमवार की शाम को फाइनल कर दिया गया।
इस तरह से मंगलवार को एक्सप्रेस-वे पर कहीं भी वन-वे नहीं मिलेगा। वन-वे को खत्म कर दिया गया। फ्रेट कॉरीडोर की वजह से एक्सप्रेस-वे को वन वे किया गया था। इसी वजह से पहले दिन दुर्घटना भी हो गई थी। क्योंकि वाहन तेजी से चलाये जा रहे हैं, लेकिन वन-वे होने के कारण वाहन आपस में भिड़ रहे हैं।
अब दुर्घटना की संभावनाएं कम रहेगी। क्योंकि टू-वे पूरा एक्सप्रेस-वे रहेगा। फ्रेट कॉरीडोर के इंजीनियरों की टीम कई दिनों से इस पुल को फाइनल करने के लिए जुटी थी। इसी वजह से वन-वे किया गया था। क्योंकि, ऐसे में जो गाडर रखे जा रहे थे, वो गिर भी सकते थे। इसी वजह से वन-वे किया गया था। सोमवार की शाम छह बजे फ्रेट कॉरीडोर के पुल पर गाडर रखने का कार्य फाइनल कर दिया गया।