Tuesday, August 19, 2025
- Advertisement -

ट्रैक्टर पार्टस की फैक्ट्री में भयंकर आग, मची भगदड़

  • माधवपुरम के रिहायशी इलाके में अवैध रूप से चल रही थी फैक्ट्री
  • फायर ब्रिगेड के स्टाफ ने बामुश्किल पाया आग पर काबू, इलाके में दहशत

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: ब्रह्मपुरी थाना के घनी आबादी वाले रिहायशी इलाके माधवपुरम सेक्टर-दो में चल रही ट्रैक्टर के पार्टस बनाने की फैक्ट्री में बुधवार की दोपहर अचानक भयंकर आग लग गयी। आग से इलाके में दहशत फैल गयी। आसपास रहने वाले अपने मकानों को छोड़कर भाग आ गए। वहां भगदड़ सरीखे हालात बन गए। मौके पर पहुंचे दमकल वाहनों ने बामुश्किल आग पर काबू पाया।

माधवपुरम सैक्टर दो में श्रीसिद्धी विनायक ट्रैक्टर एसेसीरिज के नाम ट्रैक्टर के पार्टस बनाने की फैक्ट्री है। इंद्रापुरम निवासी मनीष गुप्ता इस फैक्ट्री के मालिक हैं। आसपास के लोगों ने बताया कि काफी समय से यहां यह फैक्ट्री चल रही है। घनी आबादी वाले इलाके में चल रही इस फैक्ट्री को लेकर कई बार कुछ लोगों ने शिकायत भी की, लेकिन मनीष गुप्ता के राजनीतिक रसुकात के चलते उनकी शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी।

अनुसनी कर दी गयी। बुधवार को दोपहर करीब 3.30 बजे अचानक फैक्ट्री में आग के गोले में तब्दील हो गयी। फैक्ट्री में बनने वाले पार्टस की डिब्बों में पैकिंग की जाती है। ये पार्टस पुआल में लपेट कर फिर डिब्बों में रखे जाते हैं। उसी पुआल में सबसे पहले आग लगी। वहां आग कैसे लगी, इसको लेकर आसपास के लोग तमाम तरह की बातें कह रहे थे। वहीं, दूसरी ओर पुआल में लगी आग ने देखते ही देखते पूरी फैक्ट्री को चपेट में ले लिया।

फैक्ट्री से बाहर आग की लपटें उठने लगीं। आसपास रहने वालों परिवार डर में मारे परिवार के सदस्यों को लेकर बाहर निकल आयी। इस बीच फैक्ट्री मालिक ने पुलिस को कॉल किया तो वहां पर दमकल की गाड़ियां पहुंच गयीं। भीड़ वाले इलाके में तंग रास्ते होने की वजह से दमकल वाहन को भी पहुंचने में परेशानी हुई, जिसके चलते आग फैलती चली गयी, लेकिन फिर भी दकमल कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर मशक्कत कर आग पर काबू पाया।

spot_imgspot_img

Subscribe

Related articles

सुख और दुख मनुष्य की मानसिक अवस्थाएं

सुख और दुख दोनों ही मनुष्य की मानसिक अवस्थाएं...

गलती करना मनुष्य का स्वभाव

मनुष्य को अपने दोषों को देखना चाहिए, दूसरों के...

भारतमाता का घर

भारत माता ने अपने घर में जन-कल्याण का जानदार...

मोबाइल है अब थर्ड किडनी

पुराने जमाने में इंसान अपने दिल, दिमाग और पेट...

सभी के लिए हो मुफ्त शिक्षा और उपचार

आजादी के समय देश के संविधान-निमार्ताओं ने शिक्षा और...
spot_imgspot_img