जनवाणी संवाददाता |
बड़ौत: खिदमत सोसायटी के तत्वाधान में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर देश के प्रथम शिक्षा मंत्री, स्वतंत्रता सेनानी, कवि, लेखक, पत्रकार, प्रसिद्ध मुस्लिम विद्वान व भारत रत्न से सम्मानित मौलाना अबुल कलाम आजाद का नगर मेंजन्मदिवस मनाया गया। बुधवार को नगर के थाना रोड पर स्थित खिदमत सोसायटी के कार्यालय पर राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर बोलते हुए सोसायटी अध्यक्ष व सभासद नगर पालिका परिषद डा. इरफ़ान मलिक ने कहा है कि मौलाना अबुल कलाम आज़ाद उर्फ अबुल कलाम गुलाम मुहियुद्दीन एक प्रसिद्ध भारतीय मुस्लिम विद्वान थे।
भारत की आजादी के बाद वे महत्त्वपूर्ण राजनीतिक पद पर रहे। वह महात्मा गांधी के सिद्धांतो का समर्थन करते थे। उन्होंने हिंदू-मुस्लिम एकता के लिए कार्य किया। अलग मुस्लिम राष्ट्र (पाकिस्तान) के सिद्धांत का विरोध करने वाले मुस्लिम नेताओ में से थे। खिलाफत आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। सभासद प्रतिनिधि उस्मान मनव्वर ने कहा है कि मौलाना अबुल कलाम आजाद 1923 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सबसे कम उम्र के प्रेसीडेंट बने। वे 1940 और 1945 के बीच कांग्रेस के प्रेसीडेंट रहे। आजादी के बाद वे भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के रामपुर जिले से 1952 में सांसद चुने गए और वे भारत के पहले शिक्षा मंत्री बने।
वह इस्लामी शिक्षा के अलावा उन्हें दर्शनशास्त्र, इतिहास तथा गणित की शिक्षा भी अन्य गुरुओं से मिली। आज़ाद ने उर्दू, फ़ारसी, हिन्दी, अरबी तथा अंग्रेजी़ भाषाओं में महारथ हासिल की। सोलह साल उन्हें वो सभी शिक्षा मिल गई थीं जो आमतौर पर 25 साल में मिला करती थी। स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री थे। उन्होंने ग्यारह वर्षों तक राष्ट्र की शिक्षा नीति का मार्गदर्शन किया। मौलाना आज़ाद को ही ‘भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान’ अर्थात ‘आई.आई.टी.’ और ‘विश्वविद्यालय अनुदान आयोग’ की स्थापना का श्रेय है। सोसायटी के महासचिव समीर हसन ने कहा है कि उन्होंने संगीत नाटक अकादमी (1953), साहित्य अकादमी(1954), ललितकला अकादमी (1954), केंद्रीय सलाहकार शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष होने पर सरकार से केंद्र और राज्यों दोनों के अतिरिक्त विश्वविद्यालयों में सार्वभौमिक प्राथमिक शिक्षा निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा की। इस मौके पर हाफिज सुबराती , हाफिज सलाउदीन, उमरजान खान,अंकुर जैन प्रधान जी,समीर हसन, डॉ देवेंद्र पंवार,इंतजार अल्वी, इमरान प्रधान, आरिफ कुरेसी, बिलाल अल्वी, सपन जैन, वकील मलिक, इस्लामुदीन अब्बासी, सावेज कुरेसी, विकास जैन ,डॉ0 सद्दन मिर्जा, आदि मौजूद रहे।