जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की प्रबंध निदेशक ईशा दुहण ने बुधवार की रात आई आंधी-तूफान से धराशायी हुए विद्युत पोल तथा लाइनों का जायजा लिया। वें रात में जेसीबी मशीन लेकर सड़कों पर उतर आईं। साथ ही, क्षतिग्रस्त खम्भों तथा लाइनों का निरीक्षण करते हुए अधीनस्थों को अतिशीघ्र लाइनों को दुरुस्त कर विद्युत बहाल करने के निर्देश दिए।
बृहस्पतिवार की देर रात में पश्चिमांचल विद्युत वितरा निगम लिमिटेड की प्रबंधक निदेशक दुहण ने आंधी और तेज बारिश से क्षतिग्रस्त विद्युत पोल तथा लाइनों का निरीक्षण किया। प्रबंधक निदेशक ने मुख्य रूप से क्षतिग्रस्त हुए खम्भे तथा 33/11 केवी लाइनों का निरीक्षण किया। साथ ही, अधीनस्थ अधिकारियों को युद्धस्तर पर कार्य कर शीघ्र से शीघ्र विद्युत आपूर्ति बहाल करने के दिशा-निर्देश दिए। प्रबन्ध निदेशक ने कहा कि अधिक से अधिक संख्या में मरम्मत गैंग की व्यवस्था कर विद्युत आपूर्ति बहाल की जाए। प्रबन्ध निदेशक ने कहा कि उपभोक्ताओं को निर्बाध और गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति करने के लिए प्रतिबद्ध है। एमडी ईशा दुहण ने गंगा नगर में तलवार पेट्रोल पम्प एवं सर्किट हाउस के नजदीक पुलिस लाइन तथा अन्य स्थानों पर बिजली बहाली कार्यों का निरीक्षण करने के बाद बताया कि बुधवार शाम अचानक भारी बारिश और आॅधी के कारण मेरठ के यूनिवर्सिटी रोड, शताब्दी नगर, गंगानगर, पुलिस लाइन मेरठ आदि स्थानों सहित डिस्कॉम के कई क्षेत्रों में कई बिजली के खंभे और लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई जिससे कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई। प्रबन्ध निदेशक ने कहा कि अधिक कर्मियों को काम पर लगाकर, बिजली आपूर्ति बहाल करने का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है।
प्रबन्ध निदेशक ने फील्ड अधिकारियों को सतर्कता बरतने तथा बारिश और तेज हवा से तारों पर पेड गिरने से क्षतिग्रस्त हुई विद्युत लाइनों और खंभों को शीघ्र मरम्मत करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि विद्युत आपूर्ति सामान्य करने में कुछ समय लग सकता है इसलिए उपभोक्ता धैर्य बनाए रखें। विद्युत आपूर्ति सामान्य करने में विभाग को अपना सहयोग प्रदान करें। विद्युत आपूर्ति में व्यवधान से संबंधित जानकारी निकटतम बिजली कार्यालय के साथ-साथ विद्युत हेल्पलाइन नंबर 1912 पर दर्ज कराएं।
60 घंटे बाद भी महकमा सुचारू नहीं कर पाया बिजली, पीने के पानी को तरसे लोग
जनवाणी संवाददाता
मेरठ: पीवीवीएनएल के तेज तर्रार इंजीनियर तेज आंधी व तूफान से गायब हुई बिजली को 60 घंटे बाद भी सुचारू नहीं कर पाए। बिजली न आने से लोग पीने के पानी को भी तरस गए है। वेदव्यास पुरी, शताब्दी नगर, अंसल कॉलोनी समेत कई क्षेत्रों में लाइट व पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। लोगों ने स्वयं ही बिजली के तारों में गिरे पेड़ों को हटाना शुरू कर दिया है। बिजली के पोलों को भी सही कराया, लेकिन 48 घंटे बीतने के बाद भी पीवीवीएनएल के अधिकारी बिजली को सुचारू नहीं कर सकें। जबकि मेरठ के पीवीवीएनएल में काफी संख्या में जूनियर व सहायक इंजीनियरों की भरमार है।
तेज आंधी से बिजली पोलों क्षतिग्रस्त होकर गिर पड़े। बिजली के तारों पर पेड़ गिरने से उनमें आग लग गई। शहर से लेकर देहात तक के करीब पाश व अन्य समेत 80 कॉलोनियों की लाइट गायब है। शास्त्री नगर, सदर बाजार, बेगमबाग, वेदव्यास पुरी, पूठा, शताब्दी नगर, मंगलपांडे नगर, जागृति विहार, तक्षशिला कॉलोनी, जयदेवी नगर, नेहरू नगर, फूलबाग कॉलोनी, दिल्ली रोड मेट्रो प्लाजा, माधवपुरम, सांई पुरम, सरस्वती लोक, टीपी नगर नई बस्ती आदि क्षेत्रों में 48 घंटे से बिजली गायब है। वहां पर लोग पीने के पानी के लिए भी तरस गए है। सड़क पर अभी कई स्थानों पर पेड़ टूटे पड़े हैं। निगम अधिकारी अभी तक उन्हें उठा नहीं सके हैं। जबकि अभी भी कई स्थानों पर बिजली के पोल व तार टूटे पड़े हुए हैं। उन्हें कोई सहीं करने वाला नहीं है।
कैंट विधायक ने एमडी पावर से की मुलाकात
लाखों लोगों की मुसीबत को देखते हुए कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने एमडी पावर ईशा दुहण से मुलाकत की। उन्होंने कहा कि जनपद में दो दिन पूर्व आये आंधी-तूफान में जिस प्रकार से बिजली के खंभे व पेड़ टूटने से बिजली की भयंकर समस्या उत्पन्न हुई। चालीस से ज्यादा घंटे बीतने के भी बिजली की आपूर्ति कई क्षेत्रों में सुचारू नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के अधिकारी बिजली के तारों को सही करने में लापरवाही कर रहे हैं। जबकि अभी तक कई खंभे सड़क पर टूटे हुए पड़े हुए हैं। अभी तक उन्हें उठाया नहीं गया। इसके साथ कई पोल क्षतिग्रस्त हो रखे हैं। बिजली विभाग के अधिकारी अपने मोबाइल स्विच आॅफ करके घर पर ऐसी में आराम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही टूटे हुए पोलों को ठीक कराकर बिजली को सुचारू कराया जाए।
अगले पांच दिन फिर होगी बारिश
मोदीपुरम (जनवाणी): गर्मी का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। आंधी और तूफान के कारण मौसम में राहत मिली थी, लेकिन फिर से मौसम में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अगले पांच दिन फिर से तेज हवा के साथ हल्की बारिश होगी। इसलिए मौसम में फिर से बदलाव दिखाई देगा। राजकीय मौसम विभाग पर शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 73 एवं न्यूनतम आर्द्रता 49 प्रतिशत दर्ज की गई। हवा का स्तर आठ किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंका गया है। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही के अनुसार मौसम में बदलाव फिर से होगा। उत्तर पश्चिम भारत मे चक्रवाती परिसंचरण के कारण अगले पांच दिन 28 मई तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में कुछ स्थानों पर तेज हवा गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।