कैंट के सबसे बड़े बाजार में बुनियादी सुविधा मौजूद नहीं
समस्या को लेकर आंखें मूंदे बैठे हैं छावनी परिषद के अफसर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कैंट क्षेत्र का सबसे बड़ा बाजार सदर क्षेत्र में मात्र तीन पब्लिक टॉयलेट्स वो भी बदहाल, बाजार के हजारों व्यापारी और लाखों ग्राहक परेशान हैं। कुछ ग्राहक को परेशान होकर बाजार से बिना खरीदारी किए लौट जाते हैं। ऐसे में व्यापारियों को भी नुकसान हो रहा है। खुद व्यापारी भी इसके लिए यहां-वहां भटकते हैं। मार्केट में बेहद जरूरी सुविधा उपलब्ध न होने के बावजूद छावनी परिषद के अधिकारी इससे आंखे मूंदे हैं।
दो हजार दुकानें, टॉयलेट्स नदारद
सदर क्षेत्र में सदर बाजार, सदर सराफा बाजार, गंज बाजार, दाल मंडी, सब्जी मंडी, ढोलकी मोहल्ला, तिलक रोड, घंटाघर, चौक बाजार, बॉम्बे बाजार, पत्ता मोहल्ला, रविंद्रपुरी, गुरुद्वारे वाली गली, भड़भूजे वाली गली आदि क्षेत्र आता है। यहां करीब दो हजार दुकानें हैं। इस बाजार में थोक व फुटकर की स्वर्ण आभूषणों, रेडीमेड कपड़ों, जूतें चप्पल, स्कूल ड्रेस, स्टेशनरी, स्कूलों के कोर्स, टेलर, फर्नीचर, साइकिल, स्पोर्ट्स गुड्स, किचन वेयर, दैनिक उपयोग की वस्तुओं, गिफ्ट आइटम, सेना की यूनीफॉर्म, बरसाती, तेल, घी, दालों, चीनी, गुड़, खाद्य वस्तुओं, शीतल पेय, हलवाई की दुकानों के अलावा सब्जी मंडी भी है। अनुमान के मुताबिक यहां रोजाना करीब दो लाख ग्राहक आते हैं। अनेक चिकित्सकों की क्लीनिक भी यहां हैं।
तोड़ दिए शौचालय
यहां पहले पांच शौचालय थे, लेकिन दो शौचालय तोड़ दिए गए। इसके बाद वहां दोबारा शौचालयों का निर्माण नहीं हुआ। अब मात्र तीन शौचालय हैं, दो मूत्रालय हैं। इनकी हालत बद से बदतर है। किसी में पानी की पाइपलाइन क्षतिग्रस्त है और वहां पानी बहता रहता है, तो किसी में पानी की टंकी खाली रहती है। इससे उनमें गंदगी है। सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को होती है। इनकी मेंटीनेंस पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता। कैंट बोर्ड सिर्फ कागजों में इनकी मेंटीनेंस कर रहा है। कुछ ग्राहक खरीदारी किए बिना ही लौट जाते हैं। ऐसे में व्यापारियों को नुकसान होता है। 2000-सदर बाजार में दुकानें, 2,00,000-रोज आने वाले कस्टमर्स (करीब) है।
व्यापार पर पड़ रहा असर
पूरे बाजार में एक भी शौचालय नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शौचालय बनवाने पर जोर दे रहे हैं, लेकिन कैंट बोर्ड कहीं शौचालय बनवाने को तैयार नहीं। इस समस्या से न केवल बाजार के व्यापारी परेशान हैं, बल्कि ग्राहक भी परेशान है। कुछ ग्राहक तो बाजार में बिना खरीदारी किए लौट जाते हैं, जिसका असर व्यापार पर पड़ रहा है। -ऋषभ जैन, व्यापारी, सदर बाजार।टॉयलेट की नहीं उचित व्यवस्था
सदर बाजार इतना बड़ा बाजार है, पर यहां शौचालय की कोई उचित व्यवस्था नहीं है। शौचालय या तो तिलक पार्क में है या ढोलकी मोहल्ला में है। यहां के व्यापारियों को दोनों जगह दूर लगती हैं। उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। उक्त दोनों शौचालयों की हालत बेहद खराब है। वह हर समय गंदे रहते हैं, कैंट बोर्ड ने उनकी सफाई की कोई व्यवस्था नहीं की।
-सागर कक्कड़, व्यापारी, सदर बाजार।नहीं है पिंक टॉयलेट
सदर बाजार अच्छा बाजार है, लेकिन यहां महिलाओं के लिए एक भी पिंक टॉयलेट नहीं है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा करोड़ों रुपये की पिंक टॉयलेट की योजना चलाई जा रही है, पर कैंट बोर्ड ने यहां कोई पिंक टॉयलेट नहीं बनवाया, जिस कारण महिलाओं को सर्वाधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। सदर बाजार में लेडीज के लिए पिंक टॉयलेट होना बेहद जरूरी है।
-डॉ. मुक्ता जैन, ग्राहक।कैंट बोर्ड को करना चाहिए निर्माण
सदर बाजार का क्षेत्र बहुत बड़ा है, यहां सभी सामान मिलता है, इसलिए वह इस बाजार में आती हैं, लेकिन यहां पिंक टॉयलेट की कमी है। इस बाजार में पिंक टॉयलेट न होना सबसे बड़ी समस्या है। महिलाओं को इस समस्या का सामना करना पड़ता है। इस लिए इस बाजार में एक पिंक टॉयलेट का निर्माण कैंट बोर्ड को करना चाहिए। -निशा सिंह, ग्राहक।