- केस वर्कआउट करने को नहीं राजी सिविल लाइन पुलिस
जनवाणी संवाददाता |
फलावदा: मेरठ कचहरी से चोरी हुई बाइक हरियाणा पुलिस ने तस्कर के कब्जे से बरामद कर ली, लेकिन सिविल लाइन पुलिस अपराधी और इस बरामदगी को तसलीम करने को राजी नहीं है। बाइक बारामदगी के बावजूद पीड़ित अपनी ही बाइक हासिल करने को दर-दर भटक रहा है।
थाना क्षेत्र के ग्राम नंगला हरेरु निवासी अमीर हसन पुत्र मेहरबान अली की बाइक काफी दिनों पूर्व मेरठ कचहरी से चोरी हो गई थी। उसने थाना सिविल लाइन में रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। पुलिस ने बाइक चोर का पता लगाने के बजाय मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाकर अपने दायित्व की इतिश्री कर ली,
लेकिन वर्ष 2018 में अमीर हसन की स्पेलेंडर बाइक संख्या यूपी-15एपी 5468 बाइक हरियाणा के सोनीपत थाना मुरथल पुलिस ने हाथ आए एक बदमाश के कब्जे से मिल गई। इसकी सूचना अमीर हसन ने एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के माध्यम से थाना सिविल लाइन पुलिस को देते हुए मामले की पुन: विवेचना करने की फरियाद लगाई। वादी ने अपनी बाइक थाना मुरथल में खड़ी होने की लिखित जानकारी दी,
लेकिन सिविल लाइन पुलिस सुनने को तैयार नहीं है। इस संबंध में मुख्यमंत्री जन सुनवाई पोर्टल पर भी शिकायत की गई, लेकिन सिविल लाइन पुलिस ने मिथ्यक आख्या देकर पल्ला झाड़ लिया। पुलिस बाइक बरामदगी के लिए सूचना का अभाव बताकर मामले से पल्ला झाड़ रही है।
एनडीपीएस में पकड़े जाने पर बरसों बाद दिखी बाइक
कचहरी से चोरी हुई ग्राम नंगला हरेरु निवासी अमीर हसन पुत्र मेहरबान अली की बाइक हरियाणा पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी में पकड़ी थी। इस बात की जानकारी अमीर हसन को उस वक्त हुई जब उसे जिला एवं सत्र न्यायालय सोनीपत द्वारा एक नोटिस जारी करके तलब किया गया। वह नियत तिथि पर कोर्ट में हाजिर हुआ तो माजरा समझ में आ गया। दरअसल, शहजाद मल्लाह निवासी ग्राम कोताना, बड़ौत जनपद बागपत को हरियाणा पुलिस ने पकड़ा था।
उसके कब्जे से बरामद उक्त बाइक माल मुकदमाती होने के तौर पर पुलिस ने मुरथल थाने में खड़ी कर रखी है। सिविल लाइन पुलिस अच्छी तरह वाकिफ है, लेकिन फाइनल रिपोर्ट निरस्त कराकर धारा 173(8) के तहत मुकदमे की पुन:विवेचना करने को राजी नहीं है। साथ ही सिविल लाइन पुलिस आरोपी को अभयदान दे रही है। पीड़ित अपनी बाइक के लिए दर-दर भटक रहा है, लेकिन आपकी सेवा में तत्पर होने का राग अलापने वाली पुलिस उसकी फरियाद सुनने को तैयार नहीं है।