- ग्रामीणों ने काफी देर तक शव को सड़क पर रखकर हंगामा किया
- हत्या के खुलासे की मांग पर अड़े ग्रामीण
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: भावनपुर क्षेत्र कुलीमानपुर के जंगल में बदमाशों ने एक सब्जी विक्रेता पर गोलियां बरसाकर उसकी हत्या कर दी। हत्यारे वारदात को अंजाम दे मौके से फरार हो गए। सड़क के किनारे शव मिलने पर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी की। इस दौरान हत्या से गुस्साएं परिजनों और ग्रामीणों ने हंगामा खड़ा कर दिया और शव को मौके से उठने नहीं दिया। ग्रामीणों ने हत्या का खुलासा कर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की।
भावनपुर क्षेत्र ग्राम कुली मानपुर निवासी मोनू सैनी 27 वर्ष पुत्र फू ल सिंह सैनी गांव की पैंठों में सब्जी बेचने का काम करता है। परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। मोनू मंगलवार को घर से ग्राम ऐतमादपुर से सब्जी बेचने के लिए टीवीएस मोपेड निकला था। जब वह शाम आठ बजे के आसपास मोपेट से घर लौट रहा था। इस दौरान गांव मानपुर से 200 मीटर दूरी पर बदमाशों ने मोनू पर गोलियां बरसाकर उसकी निर्ममता से हत्या कर दी।
हत्यारे घटना को अंजाम दे मौके से फरार हो गये। उधर, ग्रामीणों को सड़क पर मोनू का खून में लथपथ शव मिलने पर परिजनों को सूचना दी। मोनू की हत्या की खबर जैसे ही ग्रामीणों को मिली तो सैकड़ों ग्रामीण मौके पर पहुंच गये। उधर, परिजनों की सूचना पर थाना भावनपुर पुलिस और एसपी देहात मौके पर पहुंचे और परिजनों से घटना के बारे में जानकारी की। मृतक के भाई ने पुलिस को बताया कि उनकी किसी से रंजिश नहीं है।
घटना को किसने अंजाम दिया। यह उनकी समझ से परे है। उधर, ग्रामीणों ने मोनू के शव वहीं पर रखकर हंगामा करना शुरु कर दिया और हत्या के खुलासे की मांग की। ग्रामीणों द्वारा मौके से शव को न उठने देने की जानकारी पर कई थानों की पुलिस फोर्स बुला ली गई। उधर, एसपी देहात कमलेश बहादुर ने परिजनों और ग्रामीणों को जल्दी ही घटना का खुलासे का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीण माने। पुलिस ने शव का पंचनामा भरवाकर मेडिकल मोर्चरी भिजवाया।
तीन गोलियां मारी
बदमाशों ने जिस तरह से मोनू के सीने के नीचे पसलिंयों में दो गोली मारी और एक सिर में सटाकर उसे मौत के घाट उतारा। उस स्थिति में ये ही कयास लगाये जा रहे हैं कि हत्यारे जो भी हो उनका मकसद मोनू की हत्या करना था। पुलिस ने मौके से 315 बोर के तमंचे के कारतूस के खोखे बरामद किये हैं।
- जल्द ही कर दिया जाएगा खुलासा
एक सब्जी बेचने वाले की अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी है। हत्या की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है। वह ऐतमादपुर से सब्जी बेचकर मोपेट से घर आ रहा था। उधर, मृतक के भाई ने भी किसी से रंजिश की बात से इनकार किया है। मौके पर घटना की जांच पड़ताल के बाद जल्दी ही खुलासा कर दिया जायेगा। -कमलेश बहादुर सिंह, एसपी देहात
भूपेन्द्र सिंह उर्फ बाफर दोषमुक्त
मेरठ: न्यायालय अपर जिला जज कोर्ट संख्या-दो ओमवीर सिंह द्वितीय ने हत्या करने के प्रयास के आरोप में भूपेन्द्र सिंह उर्फ बाफर को संदेह का लाभ देते हुए दोषमुक्त किया। आरोपी के अधिवक्ता अनिल बक्शी ने बताया कि वादी मुकदमा कांस्टेबिल धर्मपाल सिंह द्वारा गत दो जुलाई, 2007 को कचहरी परिसर में विभोर पुत्र ईश्वर चंद को पुलिस अभिरक्षा में मारने के आरोप में थाना सिविल लाइन में मुकदमा पंजीकृत कराया था
और आरोप लगाया था कि विभोर पुत्र ईश्वर एंव विजयपाल पुत्र गंगा चरण को थाना हसनपुर ज्योतिबा फूलेनगर से मेरठ स्थित स्पेशल सीजेएम न्यायालय में पेश करने के लिए सदर हवालात से लेकर जा रहे थे, तभी दो युवक हाथ में तमंचा व पिस्टल लेकर आये और पुलिस कस्टडी में विभोर को निशाना बनाकर गोलियां दाग दी। जिससे कचहरी में अफरातफरी मच गयी थी, जिसके बाद जांच के दौरान आरोपी भूपेन्द्र सिंह बाफर का नाम प्रकाश में आया था। जिसके बाद आरोपी ने पुलिस को देहरादून स्थित एक घर से गिरफ्तार किया था।
न्यायालय में आरोपी के अधिवक्ता ने कहा कि आरोपी को इस मुकदमे में झूठा रंजिशन फंसाया जा रहा है। आरोपी के अधिवक्ता ने आरोपी के निर्दोष होने के न्यायालय में सबूत पेश किये और न्यायालय को बताया कि विवेचक रामेश्वर प्रसाद आर्य व अजय गुप्ता तथा पर्यवेक्षण अधिकारी जांच में लापरवाही बरती गयी और आरोपी को बेवजह मुल्जिम बनाया। न्यायालय ने दोनों पक्षों को सुनकर तथा पत्रावली पर उपलब्ध साक्ष्यों को देखते हुए आरोपी को दोषी न पाते हुए दोषमुक्त कर दिया तथा विवेचक रामेश्वर प्रसाद आर्य, अजय गुप्ता तथा पर्यवेक्षण अधिकारी द्वारा लापरवाही बरतने के सम्बन्ध में आवश्यक कार्रवाई करने के लिए पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को आदेशित किया।