जनवाणी ब्यूरो |
बलरामपुर: प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के अंतर्गत भारत सरकार के निर्देशानुसार पूरे भारत में में 1 सितंबर से 7 सितंबर तक मातृ वंदना सप्ताह की शुरुआत होगी। इस योजना में महिलाओं को पहली बार गर्भवती होने पर पोषण के लिए तीन किस्तों में पांच हजार रुपए की धनराशि दी जाती है।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुशील कुमार ने बताया कि शासन ने मातृ वंदना सप्ताह के अंतर्गत पंजीकरण शिविर और बैकलॉग निस्तारण शिविर आयोजित करने का निर्देश दिया है। शिविर के जरिए वार्षिक पंजीकरण लक्ष्य के साथ लंबित प्रकरणों का भी निस्तारण किया जाएगा।
1 सितंबर 2022 से 7 सितंबर 2022 तक आयोजित सप्ताह में विशेष रूप से बैकलॉग, लंबित किस्तों का निस्तारण किया जाएगा। साथ ही नए आवेदन फार्म भरे जाएंगे।पीएमएमवीवाई योजना के नोडल अधिकारी / अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 बी0पी0 सिंह ने बताया कि जनपद में लगातार लाभार्थियों की किस्तों का भुगतान किया जा रहा है। 1 सितंबर से शुरू होने वाले अभियान में पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं के ज्यादा से ज्यादा रजिस्ट्रेशन कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस योजना के माध्यम से महिलाओं को कुल पांच हजार रुपए की धनराशि तीन किस्तों में दी जाती है। रजिस्ट्रेशन होते ही गर्भवती के खाते में एक हजार रुपए की किस्त भेज दी जाती है। प्रसव पूर्व होने वाली जांच कराने के बाद दो हजार और प्रसव के साढ़े तीन माह के बाद दो हजार रुपए की तीसरी किस्त दी जाती है।
जिला कार्यक्रम सहायक पुनीत मणि त्रिपाठी ने बताया कि मातृ वंदना सप्ताह में पंजीकरण शिविर बैक लॉक निस्तारण कैंप का प्रावधान रखा गया है जिससे कि वार्षिक पंजीकरण लक्ष्य के साथ लंबित प्रकरणों जैसे एम0 ओ0अनुमोदन लंबी द्वितीय किस्त लंबित तृतीय किस्त करेक्शन क्यू 90 दिन से आ क्रियाशील आशा को सक्रिय किया जा सके। सप्ताह के अंत में उत्कृष्ट कार्य करने वाले ब्लॉक के एएनएम आशा संगनी और आशा को पुरस्कृत किया जाएगा। मातृ वंदना योजना प्रथम दिवस में 78 नए लाभाथियो का पंजीकरण किया गया।