- डेढ़ घंटे से ज्यादा रहा कंपन, लोगों के घरों के बर्तन तक गिरे
- दो मस्जिदों में नमाजियों तक ने महसूस किया कंपन
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: दिल्ली रोड स्थित नादिर अली बिल्डिंग में कंपन के चलते लोग घरों से बाहर निकल आए। बिल्डिंग के घरों में रखे बर्तन तक नीचे गिर गए। बाथरुम में रखी बाल्टियों के पानी तक में कंपन महसूस किया गया। लोगों में दहशत है। इस संबंध में बिल्डिंग में रह रहे लोगों को लगा कि शायद रैपिड की सुरंग खुदाई के कारण ऐसा हुआ हो लेकिन एनसीआरटीसी अधिकारियों के अनुसार इस इलाके में सुरंग खुदाई का काम तो तीन चार माह पूर्व ही पूरा हो गया था।
बिल्डिंग में रह रहे लोगों ने बताया कि वो अस्र की नमाज की तैयारी कर रहे थे कि तभी अचानक पूरी बिल्डिंग में कंपन होने लगा। रसोई में रखे बर्तन गिरने लगे। घरों में तारों पर सूख रहे कपड़े तक हिलने लगे। कुछ लोग समझे कि कहीं भूकम्प तो नहीं आ गया। लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए। पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर और कांग्रेस नेता डॉ. युसूफ कुरैशी सहित बिल्डिंग में रह रहे दर्जनों लोग बाहर निकल सड़कों पर आ गए।
कई मिनट बीतने के बावजूद जब कंपन नहीं रुका तो बिल्डिंग में रह रहे लोगों ने रैपिड कार्यों में लगी कम्पनी के अधिकारियों से सम्पर्क किया। रैपिड कार्यों में लगी कम्पनी के पदाधिकारी प्रभाकर सिंह ने बताया कि इस कंपन का रैपिड कार्यों से कोई जुड़ाव नहीं है क्योंकि यहां की दोनों टनल का कार्य पूरा हो चुका है और टनल बोरिंग मशीन भी यहा से तीन चार माह पहले बाहर आ चुकी है।
बकौल प्रभाकर सिंह फिर भी कुछ साइड इंजीनियरों को मौके पर भेजकर मामले की जानकारी हासिल की गई। यहां रहने वाले शहजाद युसूफ ने बताया कि काफी देर तक लोग घरों से बाहर खड़े रहे। बकौल शहजाद यूसुफ यह कंपन शाम चार बजकर 10 मिनट पर शुरु हुआ जो कि छह बजे तक रहा। उधर एनसीआरटीसी के बड़े अधिकारियों ने भी साफ किया कि इस कंपन को रैपिड के कार्यों से जोड़क रन देखा जाए।
शहजाद यूसुफ ने यह भी बताया कि यह कम्पन्न नादिर अली बिल्डिंग से लेकर पुर्वा फतेह नगर स्थित मस्जिद व जली कोठी तक में महसूस किया गया। इसके अलावा इसी इलाके में रहने वाले रईस कुरैशी ने बताया कि उन्होंने भी अस्र की नमाज के दौरान मस्जिद में कंपन महसूस किया।