- कोलकाता, राजकोट में किए जा रहे तैयार, बाजारों में हो रही खरीदारी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: चांदी की पालकी और रेशम की डोरी, पालना में झूले मेरे बांके बिहारी। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के त्योहार में कुछ ही दिन शेष है। सोमवार की रात्रि 12:00 बजे श्रीकृष्ण जन्म लेंगे। इसके बाद ठाकुर जी को पालने में झूला झुलाया जाएगा व कृष्ण छठी तक उनको झूले मे ही विराजमान किया जाएगा। इसी को लेकर शहर के प्रमुख सराफा बाजार सहित शहर के तमाम छोटे बड़े ज्वेलर्स के यहां चांदी के झूले आॅर्डर पर बनने और बिकने शुरू हो चुके हैं। सराफा बाजार आरएमपी ज्वेलर्स के मालिक अभिषेक अग्रवाल बताते हैं कि इस बार कोलकाता, राजकोट, मुंबई एवं अहमदाबाद से खास आॅर्डर पर कृष्ण जन्माष्टमी के लिए झूले तैयार कराए गए हैं।
चांदी के झूले 50 ग्राम से लेकर 1 किलो तक बाजार में उपलब्ध है। जिनकी कीमत 6000 से शुरू होकर 1 से 2 लाख रुपये तक है। जन्माष्टमी निकट होने से बिक्री में भी तेजी आई है ना सिर्फ मेरठ में बल्कि आसपास के जिले व प्रदेशों में भी आॅर्डर पर झूले भेजे जा रहे हैं जिसमें उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, जयपुर आदि जगह शामिल है। बता दे कि चांदी में दो पोलिश के झूले तैयार किये जा रहे हैं। जिसमे एंटीक पॉलिश एवं हाई पॉलिश शामिल है। दोनों ही पॉलिश एवं डिजाइन अपनी अपनी तरह की सुंदरता समेटे हैं।
इस बार सबसे ज्यादा कोलकाता से बनवाया हुआ झूला काफी ट्रेंड कर रहा है। चांदी का होने के साथ ही इन झूलो मे उभरी हुई रंगबिरेंगे फूल व मोर की नक्काशी सबसे ज्यादा ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। कोलकाता वाले झूलों में लाल, नीला, पीला, हरा, बैंगनी रंगों का प्रयोग करके झूले को आकर्षित बनाया गया है। झूलों के साथ ही लोग चांदी के गोपाल जी को भी घरों में विराजमान करने के लिए पसंद करके ले जा रहे हैं। जन्माष्टमी वाले दिन कृष्ण जन्म उपरांत उनको घरों में पूजन के बाद स्थापित करेंगे।
आॅर्डर पर तैयार हो रहे थाली व चांदी के गिलास
अभिषेक ने बताया कि आॅर्डर पर कृष्ण जन्माष्टमी से छठी तक के लिए छप्पन भोग की चांदी की थालिया भी तैयार कराई जा रही है। जिसमें एक बड़ी थाल के साथ चांदी की छोटी-छोटी कटोरिया लगाई गयी है। जि सके साथ ही इस बार बाजार में डिजिटल प्रिंट डिजाइन मे गिलास भी ग्राहकों का मन मोह रहे है। डिजिटल प्रिंट गिलास में भी रंगीन एवं डिजाइन व पैटर्न बने हुए हैं तथा इसके साथ ही चांदी की कृष्ण बांसुरी, पलंग भी डिमांड में है।