- दो साल बाद लगने वाला है नौचंदी मेला, लेकिन इंतजाम नाकाफी
- मुजफ्फरनगर, बिजनौर की तर्ज पर मेरठ का नौंचदी मेला
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मुजफ्फरनगर और बिजनौर की तर्ज पर प्रशासन इस बार मेरठ में भी नौचंदी मेला लगाएगा। मुजफ्फरनगर व बिजनौर में नुमाइश भी प्रशासन लगाता हैं। दो वर्ष बाद नौचंदी मेला लगाया जा रहा है, जिसकी कमान इस बार प्रशासन ने अपने हाथ में ले ली हैं। प्रशासन ने नौचंदी की जिम्मेदारी तो ले ली, लेकिन व्यवस्था नौचंदी ग्राउंड देखकर नहीं लगता कि होली के दो सप्ताह बाद ही यहां पर मेले का उद्घाटन किया जा सकता हैं।
मैदान में गंदगी के ढेर लगे हैं। जगह-जगह पानी भरा हुआ हैं। पशुओं का एक तरह से मैदान तबेला बना हुआ हैं। इस पूरी व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। सिस्टम को चाहिए कि अभी से मेले के ग्राउंड पर काम आरंभ करें, तभी इसमें सुधार संभव हो सकता हैं। दरअसल, दो वर्षों से नौंचदी का ऐतिहासिक मेला नहीं लगा। क्योंकि कोरोना के चलते मेला नहीं लगाया गया।
अब दो वर्ष बाद मेला लगने जा रहा हैं, वह भी प्रशासन के आधीन। होली के दो सप्ताह बाद ही नौचंदी मेले का उद्घाटन किया जाता हैं। ऐसा लग रहा है कि आधी-अधूरी तैयारियों के बीच ही मेले का होली के बाद उद्घाटन प्रशासन कर देगा, जिसके बाद ही व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कवायद की जाएगी। प्रशासन को यदि व्यवस्था बेहतर रखनी है तो अभी से नौंचदी ग्राउंड पर काम करना होगा। इसके लिए टीम लगानी होगी, जो इसकी पूरी व्यवस्था देखेगी। क्योंकि जिस तरह से ग्राउंड में कीचड हैं, उसको देखकर लगता नहीं कि अभी व्यवस्था सुधर जाएगी।