Friday, June 20, 2025
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‘पोलियो की आहट से चौकन्ना रहने की जरूरत’

  • 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा विश्व पोलियो दिवस, तैयारियां शुरू

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: एक समय था जब भारत पोलियो का गढ़ हुआ करता था। यहां पल्स पोलियो प्रतिरक्षण कार्यक्रम चलाना भी किसी चुनौती से कम न था। स्वास्थ विभाग के साथ मिलकर विभिन्न अन्तर्राष्ट्रीय एजेंसियों ने देश में इस चैलेंजिंग कार्य को बखूबी अंजाम दिया और फिर डब्ल्यूएचओ ने भारत को पोलियो फ्री देश का मेडल पहना दिया। आज फिर से कुछ देशों में पोलियो की आहट सुनाई दे रही है, जिससे हमें चौकन्ना रहना होगा।

यह कहना है पोलियो कार्यक्रम में सहभागी संगठन कोर पीसीआई के डिस्ट्रिक्ट मोबिलाइजेशन कोआॅर्डिनेटर (डीएमसी) प्रवीण कौशिक का। वो गुरुवार को चौधरी चरण सिंह विवि में आयोजित विश्व पोलियो दिवस को लेकर आयोजित हुए एक सेमिनार को सम्बोधित कर रहे थे। पूरे विश्व में 24 अक्टूबर को विश्व पोलियो दिवस मनाया जाएगा। इस दौरान प्रवीण कौशिक ने प्रजेंटेशन के माध्यम से पूरे विश्व में पोलियोें की स्थिति पर चर्चा की।

उन्होंने कहा कि इस समय पाकिस्तान व अफगानिस्तान में पोलियो केस पहले से ही मौजूद हैं, लेकिन मलावी एवं मोजाम्बिक जैसे देशों में पोलियो के केस आने से अब हम सब को पुन: चौकन्ना होना होगा। समाज शास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. योगेन्द्र सिंह ने छात्रों का आह्वान किया कि वो समाज को पोलियो के खतरे से हमेशा अवेयर करते रहें। कार्यक्रम में प्रो. नवीन चंद लोहनीे का भी विशेष योगदान रहा। इस दौरान कु. हर्षिता, कु. काजल व कु. मीनाक्षी को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

पोलियो को लेकर छात्राओं को दी अहम् जानकारी

समाजशास्त्र विभाग में 24 अक्टूबर को मनाये जाने वाले विश्व पोलियो दिवस के उपलक्ष्य में कोर पीसीआई सार्ड और समाजशास्त्र विभाग द्वारा एक सिमपोजियम आयोजित किया गया। जिसमें प्रमुख रूप से विभागाध्यक्ष प्रोफेसर योगेन्द्र सिंह, आर्टस डीन प्रोफेसर नवीन चंद्र लोहनी, प्रोफेसर आलोक कुमार, डा. नेहा गर्ग, डा. अजीत सिंह, वाईपी सिंह, सोनल भूषण, कोर पीसीआई सार्ड डीएमसी प्रवीण कौशिक, बीएमसी परविन्द, बीएमसी मोनिका एमएमडब्ल्यू और एमए सोशियोलोजी के छात्र मौजूद रहे।

इस कार्यक्रम के दौरान प्रवीण कौशिक ने प्रजेन्टेशन के माध्यम से बताया कि विश्व पोलियो दिवस क्यो मनाया जाता है और स्वास्थ्य विभाग और उनकी सहयोगी संस्थाओं ने किस तरह से भारत देश को पोलियो मुक्त करने के लिए संघर्ष किया जब समाज में अधिकांश भाग अपने बच्चों को पोलियो की खुराक पिलवाने के लिए विरोध करते थे लेकिन इसके बाद भी समुदाय को लगातार जागरूक किया जाता रहा और वह समय आ ही गया

जब हमारे देश में पोलियो का आखिरी केस 13 जनवरी 2011 में आया और 27 मार्च 2014 को डब्ल्यूएचओ द्वारा हमारे देश को पोलियो मुक्त प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया। अभी विश्व में पोलियो की स्थिति से अवगत कराया जिसमें बताया कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान में लगातार पोलियो के केस आ रहे हैं और मलावी, मोजाम्बिक जैसे देश जिसमें कई सालों बाद पोलियो के केस आये।

इसलिए हम सभी को जागरूक रहने की आवश्यकता है कही फिर से हमारा देश पोलियो मुक्त का गौरव न खो दे। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर योगेन्द्र सिंह ने इस कार्यक्रम की सराहना की और अपने विचारों से सभी छात्रों को अवगत कराया कि किस तरह से हमारे देश को पोलियो मुक्त कराया गया। जिसमें आप सभी के द्वारा समुदाय को हमेशा जागरूक करने का कार्य करना चाहिए।

आर्टस डीन प्रोफेसर नवीन चंद्र लोहनी ने बताया कि जो मुकाम स्वास्थ्य विभाग और उनकी सहयोगी संस्थाओं ने हासिल किया है उस गौरव को बनाये रखना है क्योकि आप सभी आने वाले कल का भविष्य है। कोर पीसीआई सार्ड द्वारा प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार हर्षिता, काजल और मीनाक्षी को दिया गया तथा अन्य सभी छात्रों को भी सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया।

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