जनवाणी संवाददाता |
चांदपुर: नगर पालिका अधिकारियों की लापरवाही के चलते बाईपास मार्ग स्थित हिंदू इंटर कॉलेज के मैदान में नालों का गंदा पानी भर जाने से मैदान तालाब का रुप ले चुका है। जिससे पालिका द्वारा नाला सफाई के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए जाने की पोल खुलती नजर आ रही है।
नगर क्षेत्र के गंदे पानी की निकासी के लिए पालिका द्वारा सड़कों के किनारे करोड़ों रुपए की लागत से नालों का निर्माण कराया गया है। नगर पालिका प्रतिवर्ष नालों की सफाई के नाम पर भी 50 लाख रुपए से अधिक खर्च करती है। लेकिन इतनी बड़ी धनराशि खर्च किये जाने के बाद भी नालों की सफाई नहीं होती है बल्कि नाले गंदगी से अटे रहते हैं।
आरोप है कि नाला सफाई के नाम पर अधिकांश धनराशि पालिका के लंबरदार व ठेकेदार मिलकर हड़प जाते हैं।और नालों की सफाई का काम मात्र कागजों पर रह जाता है। जिसके चलते नालों की स्थिति यथावत बनी रहती है। गंदगी से अटे नालो में पानी का बहाव रुक जाता है और गंदा पानी रास्ता देखते ही कहीं भी बहने लगता है।
नगर के बाईपास मार्ग के दोनों किनारों पर नाले बने हैं। जिन की सफाई के लिए मोहल्ले के लोग पिछले 3 वर्षों से लगातार मांग करते आ रहे हैं। पालिका द्वारा इन नालों की सफाई के साथ ही निर्माण के नाम पर 3 वर्षों में एक करोड़ रुपए से अधिक के धन की बंदरबांट कर दी गई है। लेकिन नालों की सफाई आज तक नहीं हुई है।
पालिका अधिकारियों की लापरवाही के चलते रेलवे स्टेशन के निकट बाईपास मार्ग स्थित हिंदू इंटर कॉलेज का मैदान नगर के गंदे पानी के भर जाने से तालाब के रुप में परिवर्तित होकर रह गया है। यह मैदान कॉलेज का खेल मैदान है। वही आसपास के युवा भी इस मैदान में सुबह शाम खेलों का अभ्यास करते हैं। लेकिन पालिका की लापरवाही के चलते सफाई के अभाव में गंदगी से अटे नाले का गंदा पानी मैदान में जमा हो रहा है।
जिसके चलते इस मैदान ने तालाब का रुप धारण कर लिया है। मैदान के उत्तर दिशा में आबादी बसी हुई है। गंदे पानी से उठने वाली दुर्गंध के चलते आबादी में रहने वाले लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है। वहीं गंदे पानी से पैदा हो रही मच्छरों की खोज से मोहल्ले वासियों में संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। मोहल्ले वासियों की मानें तो लंबे समय से कालेज के मैदान में गंदा पानी भरा है जिससे यह मैदान कम तालाब अधिक दिखाई पड़ रहा है।