- बिल्डर और डाक्टर के घरों में चोरी की वारदात करने का तरीका एक ही जैसा
- कई वर्ष पूर्व नेपाली नौकरों ने एक घर में लूटपाट कर महिला की हत्या की थी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर की कालोनियों में नौकर के रूप में घरों में काम करने वाला नेपाली नौकर गैंग अपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहा है। मात्र पन्द्रह दिन में नेपाली बदमाशों ने एक के बाद एक, डाक्टर, बिल्डर के घर करोड़ों की चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया।
बल्कि दोनों घरों में चोरी की घटना करने वाले नेपाली नौकर एक ही गांव के शातिर निकले। इससे पहले भी प्रेमपुरी में नेपाली नौकरों ने एक घर में लूटपाट कर एक महिला की हत्या कर दी थी। उस घटना को अंजाम देने वाले भी इसी गांव के आसपास के रहने वाले थे।
नेपाली नौकर जिस तरह अपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं,उस स्थिति में पुलिस प्रशासन भी सकते मेें पड़ गया है। टीपी नगर क्षेत्र कमला नगर में बिल्डर प्रदीप गुप्ता के घर जिस नेपाली नौकर ने घटना को अंजाम दिया था। उसका नाम बलबहादुर था। करोड़ों की चोरी करने वाले नेपाली नौकर बलबहादुर की तलाश में गई आठ सदस्यीय पुलिस टीम नेपाल से शुक्रवार सुबह बैरंग लौट आई।
कमला नगर में बिल्डर प्रदीप गुप्ता के घर कुछ दिनों पहले ही नेपाली नौकर बलबहादुर जिस तरह वहां आया और बाद में मौका पाकर 15 नवम्बर को घर से करोड़ों के जेवरात और लाखों रुपये लेकर फरार हो गया। उस स्थिति में इतनी बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम देने वाला नौकर अकेला नहीं था बल्कि उसने अपने उसके अन्य साथियों के साथ घटना को अंजाम दिया था। क्योंकि घटना के वक्त वह अकेला रहा हो। लेकिन उसके अन्य साथी कंही बाहर उसका इंतजार कर रहे हो।
वहीं इससे पहले रेलवे रोड क्षेत्र में डाक्टर अमिताभ के घर से लाखों रुपये के जेवरात और कैश चोरी की घटना को नेपाली नौकर सौमिल ने अंजाम दिया था। नेपाली सौमिल भी एक दिन पहले डाक्टर के घर नौकरी पर लगा था। इससे पहले नेपाली नौकर दिनेश काम करता था। नेपाल से लौटी पुलिस टीम के टीपी नगर इंस्पेक्टर संतशरण सिंह ने जानकारी दी कि बिल्डर के घर चोरी करने वाले नेपाली नौकर का असली नाम बलबहादुÞर नहीं बल्कि बालेधामी है।
चोरी करने वाला नेपाली बालेधामी डोटी जिले के लश्कर गांव का निवासी है। उन्होंने बताया कि डाक्टर के घर में भी चोरी करने वाला नेपाली सौमिल का भी गांव लश्कर के पास है। डोटी जिले में नेपाली नौकर भारत आते हैं और यहां घरों में चोरी की वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। डोटी जिले के ज्यादतर नेपाली भारत में आकर चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
बिल्डर और डाक्टर के घरों में एक ही तरह के औजारों का हुआ इस्तेमाल
टीपी नगर मेें बिल्डर और रेलवे रोड में डाक्टर के घरों में चोरी की वारदात में नौकरों ने आलमारी, सेफ और लॉकर तोड़ने में जिस तरह के पेचकसों और लोहे की रोड का प्रयोग किया गया। उस स्थिति में संभावना यही है कि नेपाली नौकरों का एक गैंग है जिन्होंने दोनों घरों में चोरी की वारदात को पन्द्रह दिन के अंदर अंजाम दिया।
लोहे की रोड एक ही तरह की बनी होना भी यही दर्शाता है कि दोनों वारदातों को बड़े प्लान के मुताबिक नेपाली गैंग ने अंजाम दिया था। दोनों घटनाओं में नौकरों द्वारा हरे रंग का पेचकस का प्रयोग किया गया। फोरेंसिंक टीम ने भी दोनों घटनास्थल पर जाकर फिंगर प्रिंस से लेकर तमाम तरह की जांचपड़ताल की है।
इंटरपोल की मदद लेगी पुलिस
नेपाली नौकरों की तलाश में मेरठ पुलिस अब उनकी गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल एजेंसी की मदद लेगी। संबंधित एम्बेसी को सूचना देकर इंटरपोल के सहारे नेपाली नौकरों तक पहुचा जा सकेगा। करोड़ों की चोरी करने वाले नौकर के परिवार में तीन भाई हैं। दो भाई मजदूरी करते हैं।
बल्कि ये तीसरा छह साल पहले ही नेपाल से भारत आ गया था। ढाई साल से परिवार में पत्नी से संपर्क नहीं किया। उसके एक बेटा एक बेटी है। एक विवाहित बहन है। पुलिस टीम ने चालीस किलोमीटर ऊंचाई पर जाकर उसके घर की तस्दीक की।