- 24 गांव के किसानों की अधिग्रहित की गई जमीन का मुआवजा अटका
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेरठ से दिल्ली वाया एक्सप्रेस-वे से गुजरने वाले वाहनों से टोल वसूली पर किसानों ने विरोध का बैरियर डाल दिया है। किसानों का साफ कहना है कि जब तक चौबीस गांवों के मुआवजे को लेकर चला आ रहा विवाद नहीं निपट जाता, तब तक टोल वसूली नहीं करने देंगे।
टोल नॉको पर किसान डेरा डाल देंगे। भाकियू व किसान कल्याण समिति का कहना है कि अधिग्रहित की गई जमीन का समान मुआवजा दिया जाए। कल्याण समिति के नेता सतीश राठी ने बताया कि किसानों को टोल वसूली की अधिग्रहित घोषणा का इंतजार है। घोषणा होते ही तमाम टोल नॉकों पर किसानों का धरना शुरू हो जाएगा। किसान पूरी तरह से तैयार हैं।
वहीं दूसरी ओर एनएचएआई प्रशासन की मानें तो मेरठ वाया एक्सप्रेस-वे दिल्ली के सफर पर अब टोल का बैरियर गिरने जा रहा है। टोल से गजरने वालों को अब जेब ढीली करनी होगी। 1.60 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से एक्सप्रेस-वे से गुजरने वाले वाहनों से वसूली की जाएगी। मेरठ दिल्ली एक्सप्रेस-वे के परियोजना निदेशक मोहित गर्ग ने बताया कि सैद्धांतिक रूप से इसकी अनुमति मिल गई है। पहली सितंबर से टोल वसूली शुरू कराए जाने की पूरी उम्मीद है।
नेशनल हाईवे अथॉरिटी आॅफ इंडिया (एनएचएआई) को परिवहन मंत्रालय से टोल वसूली की सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। मंत्रालय प्रशासन मौखिक सहमति दे चुका है। अब केवल औपचारिकता भर बाकी है। इसके साथ एनएचएआई टोल दरों का प्रकाशन करेगी।
उसके बाद सराय काले खां से मेरठ के बीच संभवत: एक सितंबर से टोल वसूली शुरू करा दी जाएगी। सराय काले खां से मेरठ के बीच दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे तैयार हो चुका है, जिसमें डासना से हापुड़ के बीच का चरण भी शामिल है। एक्सप्रेस-वे के दूसरे चरण (यूपी गेट से डासना) में चिपियाना आरओबी का काम पूरा न होने के कारण टोल वसूली का मामला अटक गया था।
नियमानुसार कम से कम छह लेन यातायात के लिए उपलब्ध होने पर ही टोल वसूली हो। अब चिपियाना गांव की तरफ बन रहा छह लेन का आरओबी तैयार है। एनएचएआई अधिकारियों का कहना है कि छह लेन के नए आरओबी पर टेस्टिंग भी पूरी हो चुकी है, जिसे अभी यातायात के लिए खोला गया है। आज मंगलवार को इसको फिर से बंद किया जाएगा। दरअसल लाइट के काम के चलते इसको बंद किया गया है।
माना जा रहा है सप्ताह भर के भीतर बाकी बचा लाइट का काम भी पूरा कर लिया जाएगा। एनएचएआई के एक बडेÞ अधिकारी ने बताया कि 1.60 से दो रुपये प्रति किमी की दर से करने का प्रस्ताव भेजा है। सराय काले खां से मेरठ के बीच 125 से 135 रुपये टोल वसूली हो सकती है। वहीं, डासना से मेरठ के बीच 60 रुपये टोल वसूलने का प्रस्ताव है।