नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। सावन का अधिक मास समाप्त हो गया है। वहीं, अब हरियाली तीज की तैयारी शुरू हो गई हैं। दरअसल, इस बार तीज 19 अगस्त यानि शनिवार को मनाई जाएगी। ग्रंथों के अनुसार, इस दिन महिलाएं और कुंवारी लड़कियां भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करती हैं। साथ ही अपने मनोवाछित फल की कामना करती हैं।
बताया जाता है कि, पूजा के साथ-साथ इस दिन भगवान को लगाए जाने वाला भोग भी महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि इससे शिव-शक्ति के प्रिय भोग अर्पित करके मनोकामनाओं पूर्ण होती हैं।
आपको बता दें कि, यह व्रत पति के दीर्घायु और वैवाहिक जीवन की खुशहाली के लिए रखते हैं। ज्योतिषाचार्य के अनुसार, यहां कई ऐसे भोग हैं जो आप हरियाली तीज के दिन भगवान शिव-मां पार्वती को लगा सकते हैं।
इन भोग को लगाने से इच्छा होगी पूरी
गुड़ से बनी मिठाई: यदि आप तीज वाले दिन गुड़ से बनी कोई मिठाई बनाकर माता पार्वती को चढ़ाते हैं तो आप इच्छा अनुसार फल प्राप्त कर सकते हैं। आप भोग लगाकर उसे दान कर दें। ऐसा करने से धन का संकट दूर होगा। धन और वैभव में वृद्धि होगी।
सूजी का हलवा: जैसे की आप जानते ही होंगे सफेद वस्तुएं शिव जी को प्रिय हैं। हरियाली तीज पर आप सूजी का हलवा बनाएं और उसका भोग लगाएं। इससे भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती प्रसन्न होंगी और उनकी कृपा आप पर बनी रहेगी।
दूध की खीर: पूजा के समय माता पार्वती और शिव जी को चावल और दूध से बनी खीर का भोग लगाएं। फिर उसको स्वयं और पति को भी प्रसाद के रूप में दें। इससे दांपत्य जीवन मधुर होगा और प्रेम संबंध मजबूत होंगे।
दरअसल, दूध और चावल का संबंध चंद्रमा तथा शुक्र से माना जाता है। शुक्र के बेहतर होने से जीवन में सुख, सुविधाएं और प्रेम बढ़ता है। चंद्रमा सुख और शांति को बढ़ाता है।
घेवर: श्रावण माह के शुरू होते ही हलवाईयों के यहां घेवर की खुशबु आने लगती है। वहीं आप हरियाली तीज के दिन आप शिव और शक्ति को घेवर का भी भोग लगा सकती हैं। इसे शुभ फलदायी माना जाता है। वैवाहिक जीवन खुशहाल रहेगा और वंश वृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
शहद: तीज वाले दिन माता पार्वती और शिव जी को शहद का भोग लगाएं। उसके बाद उस शहद को किसी ब्राह्मण को दान कर दें। आपके जीवन में सुख और संपत्ति बढ़ेगी।
तीज का पूजा मुहूर्त
19 अगस्त को पूजा के लिए सुबह में मुहूर्त 07 बजकर 30 मिनट से शुरू है, जो 09 बजकर 08 मिनट तक रहेगा। उसके बाद दोपहर से शाम तक पूजा मुहूर्त है। आप 12 बजकर 25 मिनट से शाम 05 बजकर 19 मिनट के बीच कभी भी पूजा कर सकती हैं।
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