- पिछले पांच साल में सबसे ज्यादा गर्म रहा गुरुवार का दिन
- लू के थपेड़ों ने दिनभर किया पब्लिक को परेशान
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: मौसम के धधकते मिजाज ने फिलहाल अप्रैल के महीने में ही सबको हिला कर रख दिया था, लेकिन अब जून में गर्म हवा और तेज धूप ऐसे लोगों पर बरस रहे हैं। जैसे आसमान से खुलेआम अंगारों की बरसात हो रही हो। जून के महीने में ही दिनों-दिन तापमान बढ़ता जा रहा है। धधकती गर्मी का ये हाल पूरे उत्तर-प्रदेश में है। उधर, देर शाम मौसम कुछ परिवर्तन देखने को मिला।
एकाएक मौसम में कुछ नमी महसूस की गई और बूंदाबांदी भी हुई। जून माह के पिछले पांच साल गुरुवार का दिन गर्म रहा है। दिन में लू के थपेड़ों के बीच गर्मी का मूड आक्रामक था, शाम को सूरज ढलने के बाद भी गर्मी से राहत नहीं मिल रही थी। अभी गर्मी ऐसे ही बनी रहेगी।
गुरुवार मौसम गर्म बना हुआ था, लू के थपेड़ों के बीच और भी ज्यादा मौसम गर्म हो गया। गुरुवार को मौसम के तेवर फिर से बदले और गर्मी के कारण हाल बेहाल हो गया। पिछले पांच साल के आंकड़ों में गुरुवार का दिन सबसे गर्म रहा है। मौसम के तेवर बदलते हुए तापमान 43 डिग्री पर पहुंच गया। लगातार बढ़ते तापमान के बीच गर्मी परेशान कर रही है। गर्मी से अभी राहत नहीं मिलेगी। बारिश न होने के कारण मौसम गर्म हो रहा है, लेकिन देर शाम आसमान में काले बादल घिरने लगे और हवा में नमी देखने को मिली।
मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 43.0 डिग्री व न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जबकि अधिकतम आर्द्रता 38 व न्यूनतम आर्द्रता 25 दर्ज की गई। कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिक डा. यूपी शाही का कहना है कि गुरुवार का दिन पिछले पांच सालों में सबसे गर्म रहा है। बढ़ती गर्मी के बीच मौसम आगे भी ऐसे ही बना रहेगा। जिस कारण से तापमान में भी और बढ़ोतरी संभव है।
ये है आलम गर्मी का
बढ़ती गर्मी का आलम ये है कि सुबह से लेकर शाम तक गर्म हवाओं का प्रकोप जारी रहता है। शाम पांच बजे के बाद भी लोगों का घरों से बाहर निकलना दूभर होता है। इसके बावजूद घरों के अंदर पंखों के नीचे भी चैन नहीं मिलता।
मानसून की बारिश से ही मिलेगी राहत
कम बारिश होने से गर्मी का असर ज्यादा रहा है। अभी वेस्ट यूपी में प्री मानसून बारिश का दौर चल रहा है, ऐसे में बारिश होगी तो तापमान में भी गिरावट आएगी और मौसम भी बदलेगा और गर्मी से भी राहत मिलेगी, वहीं फसलों को भी लाभ मिलेगा। मानसूनी बारिश से ही गर्मी से राहत मिल सकती है।
मलिन बस्ती में लोग पानी के संकट से ग्रस्त
मेरठ: भयंकर गर्मी में मलिन बस्ती के लोग हैंडपम्प खराब होने के कारण पानी के संकट से जूझ रहे हैं। नगर निगम प्रशासन से शिकायत करने के बाद भी समस्या का कोई समाधान नहीं किया जा सका, जिससे लोगों रोष व्याप्त है। बताया जाता है कि लिसाड़ी क्षेत्र के नूरनगर, फतेहउल्लापुर, जाकिर कालोनी, अहमद नगर आदि इलाकों में लोग गर्मी के मौसम में पानी की समस्या से ग्रस्त हैं।
अहमद नगर के मौ. हारून, उम्मेद अली ने बताया कि इन घनी आबादी वाले इलाकों में करीब दो वर्ष पहले क्षेत्रीय लोगों की सुविधा के लिये बड़े हैंडपम्प लगवाए थे, कुछ दिन तो लोगों को उनकी जरूरत के मुताबिक पानी उपलब्ध रहा, लेकिन बाद में जमीन में पानी का स्तर नीचे चले जाने से हैंडपम्प सूख गए। जिससे इन इलाकों में पानी के संकट से लोग जूझ रहे हैं। इन इलाकों की गलियों में जो हैंडपम्प लगाए गए थे। उनमें से करीब एक दर्जन से भी अधिक हैंडपम्प पिछले 5-6 महीने से खराब पड़े हैं।
नूरनगर व जाकिर कालोनी के शमशाद, कय्यूम ने बताया कि इन इलाकों में अधिकांश गरीब परिवार रहते हैं। जिन्हें इन्हीं हैंडपम्प से ही पानी की सुविधा है, लेकिन उनके खराब होने से गरीब परिवारों को आसपास से पानी भरना पड़ रहा है। पानी की समस्या से निगम प्रशासन को अवगत करा दिए जाने के बाद भी कोई अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। क्षेत्र के लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि जनहित में पानी के इस संकट से लोगों को छुटकारा दिलाया जाए और खराब हैंडपम्पों को जल्द ठीक कराया जाए।