- डाक्टरों की गुहार आक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी रोके सरकार
- संक्रमण बढ़ने से 170 का सिलेंडर लेना पड़ रहा 600 रुपये तक का
- आईएमए और नर्सिंग होम एसोसिएशन का पीएम मोदी, सीएम को पत्र
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: आक्सीजन संकट के चलते मरीजों खासतौर से कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ सकता है। संक्रमण केस बढ़ने की वजह से बाजार में आक्सीजन सिलेंडर की जबरदस्त कमी हो गयी है।
170 रुपये में मिलने वाले सिलेंडर के लिए 600 रुपये तक खर्च करने पड़ रहे हैं। सिलेंडर की काला बाजारी रोकने के लिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन तथा नर्सिंग होम एसोएिसशन ने पीएम व सीएम को पत्र लिखा है।
इसके अलावा मंडलायुक्त से भी आक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने की मांग की गयी है। इसको लेकर शहर के सीनियर डाक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल मंडलायुक्त से मिला था।
संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही उनकी मुनाफाखोर उनकी सांसों की ऊंची कीमत वसूलने पर तुले हुए हैं। आक्सीजन सिलेंडर या तो मिल ही नहीं रहे हैं या फिर पांच से छह गुना कीमत पर ब्लैक में सिलेंडर लेना पड़ रहा है। सिलेंडर के दामों में अंधाधुंध वृद्धि से तमाम नर्सिंग होम संचालक खासे परेशान हैं।
उनका कहना है कि एक तो कोरोना की मार से पहले ही मरीज बेहाल हैं। लोगों का काम धंधा सब ठप हो गया है। ऐसे में मरीज से आक्सीजन सिलेंडर के नाम पर अधिक बिल कैसे लिया जाए और यह भी सच्चाई है कि जितनी जरूरी दवाएं हैं उतना ही जरूरी मरीज के लिए आक्सीजन का सिलेंडर है।
नर्सिंग होम एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डा. शिशिर जैन ने बताया कि अभी तक कोरोना का कोई इलाज तो खोजा नहीं जा सका है। संक्रमित होने पर सबसे ज्यादा खतरा सेर्चुरेशन गिरने का बना रहता है।
उस स्थिति में वेंटिलेटर व आक्सीजन ही मरीज के लिए एक मात्र सहारा होता है। इसी के चलते प्रत्येक बेड पर आक्सीजन की व्यवस्था का निर्देश सरकार की ओर से दिया गया है।
संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ने की वजह से मार्केट में आक्सीजन की भारी किल्लत हो रही है। दरअसल हुआ यह कि संक्रमण बढ़ने की वजह से सिलेंडरों की डिमांड पूरे देश में बढ़ गयी है। उत्पादन से ज्यादा डिमांड होने की वजह से ही माल की सप्लाई बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। इसका फायदा लोकल सप्लायर उठा रहे हैं।
अस्पतालों के लिए कम करे रेट
आईएमए के स्टेट सेक्रेटरी डा. शिशिर जैन ने इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर से अस्पतालों के लिए आक्सीजन सिलेंडर के रेट कम ही रखने की मांग की है साथ ही सप्लाई में निरंतरता का आग्रह किया है। इस संबंध में पीएम व सीएम को भी पत्र भेजा है।
हालात पर नजर बनाए हैं
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. राजकुमार का कहना है कि सिलेंडरों की कालाबाजारी की शिकायत मिली है। इस संबंध में प्रशासन को अवगत कराया गया है। वह स्वयं भी हालात पर नजर बनाए हुए हैं। अस्पतालों के लिए संकट नहीं पैदा होने दिया जाएगा।
पुलिस कार्रवाई करे
जिला मेरठ केमिस्ट एंड ड्रगिस्त एसोसिएशन के जिला महामंत्री रजनीश कौशल का कहना है कि यह सही है कि आक्सीजन सप्लाई प्लांट से प्रभावित है, लेकिन इसके नाम पर कालाबाजारी गलत है। ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए।
मंडलायुक्त से मदद की गुहार
आक्सीजन सिलेंडर की पांच से छह गुना तक दाम बढ़ाए जाने के बाद नर्सिंग होम एसोसिएशन व इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने मंडलायुक्त अनीता सी मेश्राम से मदद की गुहार लगायी है। उन्होंने कहा कि मरीजों पर इसका बोझ नहीं डाला जा सकता। इसके लिए कोई न कोई व्यवस्था की जाएगी।