जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बागपत रोड पर एनएचएआई की ओर से किए जा रहे चौड़ीकरण के दौरान क्रॉसिंग नाले में की जा रही लापरवाही के चलते एक किसान की चार बीघा धान की फसल खराब हो गई। पीड़ित किसान ने फसल खराब होने पर एनएचएआई के अधिकारियों को कई बार शिकायत दी, लेकिन अभी तक उसकी कोई सुनवाई नहीं हो सकी। वहीं, एनएचएआई की इस लापरवाही के कारण किसान को अब दूसरी फसल बोने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि एनएचएआई की ओर से बागपत रोड का चौड़ीकरण किया जा रहा है। मार्ग के चौड़ीकरण के दौरान एनएचएआई की ओर से जगह-जगह क्रॉसिंग नाले भी बनाएं जा रहे है। जिसके चलते एनएचएआई ने एक क्रॉसिंग नाला गांव नंगला जमालपुर में बनाया है। लेकिन एनएचएआई ने क्रॉसिंग नाला बनाने के बाद उससे निकलने वाले दूषित पानी के लिए उचित प्रबंध नहीं किए है।
जिस कारण गांव का सारा दूषित पानी इस नाले से निकलकर गांव के ही रहने वाले किसान पृथ्वी सिंह के खेतों में जा रहा है। खेतों में जा रहे इस दूषित पानी से किसान की चार बीघा धान की फसल पूरी तरह खराब हो गई। जिससे किसान को हजारों रुपये का नुकसान हुआ है। पीड़ित किसान ने फसल खराब होने की शिकायत कई बार एनएचएआई के अधिकारियों को दी।
लेकिन अभी तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हो सकी है। वहीं, किसान के खेत में करीब एक फीट पानी भरा होने के कारण दूसरी फसल बोने में भी परेशानी आ रही है। पीड़ित किसान ने एनएचएआई की इस लापरवाही से खराब हुई फसल की भरपाई के लिए कमिश्नर सुरेंद्र कुमार से शिकायत करने की बात कही है।