नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉट कॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनन्दन है। हिन्दू धर्म में हर तीसरे वर्ष अधिक मास में पड़ने वाली एकादशी जिसे पुरुषोत्तमी, कमला या पद्मनी एकादशी भी कहते हैं जो इस बार 29 जुलाई यानि आज है।
प्रत्येक एकादशी की तरह पद्मिनी एकादशी भी भगवान श्रीहरि को समर्पित होती है। कहा जाता है कि इस व्रत को करने से व्यक्ति के सुख, सौभाग्य में वृद्धि होती है और भगवान विष्णु की अनुकूल कृपा प्राप्त होती है।
पद्मिनी एकादशी की पूजा-विधि
पद्मिनी एकादशी के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि कर पीले रंग के वस्त्र पहनें। इसके बाद सूर्यदेव को अर्घ्य देते हुए हुए व्रत का संकल्प करें। फिर पूजास्थल की साफ-सफाई कर वहां गंगाजल से छिड़काव करें।
अब साफ चौकी पर पीला वस्त्र बिछाकर उस पर भगवान श्रीहरि विष्णु की मूर्ति या प्रतिमा स्थापित कर उनकी विधि-विधान से पूजा-अर्चना करें। फिर उन्हें धूप-दीप, तुलसी, चंदन, गंध-पुष्प और मिठाई अर्पित करें। भगवान विष्णु के स्त्रोत का पाठ और मन्त्रों का जाप करें। पूजा संपन्न होने के बाद आरती करें।
पद्मिनी एकादशी के दिन करें इन मंत्रों का जाप
-
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
-
ॐ विष्णवे नम:
-
ॐ अं वासुदेवाय नम:
-
ॐ हूं विष्णवे नम:
-
ॐ आं संकर्षणाय नम:
-
ॐ अ: अनिरुद्धाय नम:
-
ॐ नारायणाय नम:
-
ॐ अं प्रद्युम्नाय नम:
-
ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि।
-
श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।
-
ॐ नारायणाय विद्महे। वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
What’s your Reaction?
+1
+1
1
+1
+1
+1
+1
+1