Friday, July 5, 2024
- Advertisement -
HomeUttar Pradesh NewsMeerutफिरौती के लिए सिपाही के बेटे की हत्या

फिरौती के लिए सिपाही के बेटे की हत्या

- Advertisement -
  • हत्या की इस वारदात से जिला मुख्यालय से लेकर लखनऊ तक के आला पुलिस अफसरों में हड़कंप मच गया
  • एक दिन पहले उधार पैसे मांगने गई थी हत्यारोपी खेत पर काम करने वाली महिला, बच्चे की निर्ममता से की हत्या

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: इंचौली थाना क्षेत्र के गांव धनपुर में फिरौती के लिए गंगोह थाने पर तैनात सिपाही गोपाल यादव के छह साल के मासूम बेटे पुनीत को अगवाकर जंगल में ले जाकर पीट-पीटकर हत्या कर दी। हत्या की इस वारदात से जिला मुख्यालय से लेकर लखनऊ तक के आला पुलिस अफसरों में हड़कंप मच गया। सूबे के पुलिस प्रमुख ने मेरठ के पुलिस अफसरों से पूरे मामले में रिपोर्ट तलब कर ली। एडीजी डीके ठाकुर के निर्देश पर एसएसपी रोहित सिंह सजवाण समेत कई आला पुलिस अधिकारी भारी फोर्स के साथ मौके पर रवाना हो गए।

मौके पर पहुंची पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए जब मासूम का शव कब्जे में लेने का प्रयास किया तो भीड़ का गुस्सा भड़क उठा। वहां हालात बेकाबू हो गए। बामुश्किल हालात को संभाला जा सका। घटना को लेकर गांव के लोगों में गम और गुस्सा है। हत्या की इस वारदात में पीड़ित परिवार ने आठ के खिलाफ तहरीर दी है। बताया गया है कि हत्या करने वाले सभी आरोपी सिपाही के पिता के खेतों पर काम करने वाले मजदूर हैं और उसके गांव में रहते हैं। कुछ को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।

दादा को अफसोस, काश ! दे दिए होते 10 हजार उधार

इंचौली थाना क्षेत्र के गांव धनपुर निवासी जयभगवान की मनोस्थिति उनकी हालत देखकर समझी जा सकती थी। पौत्र पुनीत उनके लिए पूरी दुनिया थी। उसको हंसते-खेलते देखकर उनकी जान में जान आ जाती थी, आज उसी पौत्र की लाश देखी तो हाथों में इतनी भी जान नहीं रही कि उसको उठा सकते। ग्रामीण जब उन्हें ढांढस बंधा रहे थे तो उनके मुंह से केवल इतना ही निकला कि वो नहीं जानते थे कि महज 10 हजार के लिए जान से ज्यादा प्यारे उनके पौत्र की जान ले लेंगे। काश! उन्होंने उधार मांगने आयी खेतों पर काम करने वाली मजदूर को 10 हजार रुपये दे दिए होते।

पुलिस ने इस मामले में जयभगवान के खेतों पर काम करने वाले दो सगे भाइयों तथा उनकी पत्नी व एक अन्य महिला को गिरफ्तार कर लिया। इंचौली थाना में की गयी पूछताछ में उन्होंने मासूम की हत्या की बात स्वीकार कर ली है। धनपुरा गांव में रिटायर्ड प्रिंसिपल जयभगवान का परिवार रहता है। पत्नी सतबाला ततीना में एक सरकारी स्कूल में प्रधानाचार्या हैं। उनके दो बेटे हैं, डालचंद व गोपाल यादव। डालचंद सेना में तैनात और उसकी यूनिट इन दिनों मेरठ छावनी में है और छोटा बेटा गोपाल यूपी पुलिस में सिपाही है। वह सहारनपुर के गंगोह थाने में तैनात है। उसके एक बेटा व एक बेटी है। वैसे तो उनका परिवार बक्सर में अपना मकान बनाकर रहता है,

लेकिन इन दिनों स्कूलों की छुट्टी होने के चलते गोपाल की पत्नी सुप्रभा बेटे कान्हा को लेकर सास-ससुर के पास धनपुर आ गयी थी। बेटी खुशी बक्सर में ही रुक गयी थी। रविवार सुबह जयभगवान और उनकी पत्नी सतबाला कहीं गए हुए थे। घर पर सुप्रभा व बेटा ही था। बेटा घर के बाहर खेल रहा था। अचानक वह गायब हो गया। कुछ ही देर में जयभगवान लौट आए, उन्होंने सुप्रभा से पूछा कि कान्हा कहां है तो उन्होंने बाहर बच्चों के साथ खेलने की बात बतायी। जयभगवान ने घर के बाहर आकर उसको अनेक आवाजें लगायीं,

इधर-उधर तलाश किया, लेकिन नहीं मिला। बच्चों से पूछा कुछ पता नहीं चला। उन्होंने घर आकर सुप्रभा को बताया कि बच्चा कहीं नहीं मिला रहा है। इस बीच सतबाला भी घर लौट आयीं। तीनों तलाशने में जुट गए। पड़ोसियों को पता चला तो वे भी तलाश करने लगे। वहीं, मौके पर पहुंचे एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि यूपी पुलिस के सिपाही के बेटे की धनपुरा में हत्या करने वाले अभियुक्त गिरफ्तार कर लिए हैं। हत्या फिरौती के लिए की गयी है। अभियुक्तों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है। आठ के खिलाफ तहरीर दी गयी है।

थाने के सामने शव रखकर जमकर हंगामा

धनपुरा में मासूम की हत्या से गुस्साएं गांव वालों व परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद थाना इंचौली के सामने शव रखकर जाम लगा कर जमकर हंगामा किया। मेडिकल में पोस्टमार्टम के बाद परिजन व रिश्तेदार धनपुरा लौट रहे थे। उसी दौरान अचानक बड़ी संख्या में गांव से लोग मवाना रोड पर थाना इंचौली के पास आ धमके। उन्होंने वहां जाम लगा दिया। मासूम का शव थाने के सामने रखकर हंगामा करने लगे।

थाने के सामने शव रखकर प्रदर्शन की बात की पुलिस को भनक तक नहीं थी। किसी ने सोचा भी नहीं था कि ऐसा भी किया जा सकता है। अधिकारियों ने बताया कि इस मामले की जानकारी मिलने के बाद से पुलिस लगातार अपना काम कर रही थी। जिनके नाम लिए गए उन सभी को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ भी की जाती रही। किसी भी स्तर पर ऐसा नहीं था जहां लगे कि कार्रवाई में कोताही बरती जा रही है।

01 10

अंतिम संस्कार से इंकार

एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार करने तक से इंकार कर दिया। उनका कहना था कि अंतिम संस्कार मंगलवार को सुबह किया जाएगा। उन्होंने पूजा विधि कराने की बात का हवाला दिया। हालांकि अंतिम संस्कार में देरी के चलते पुलिस भी अब चौकस है। गांव में भी भारी संख्या में पुलिस वाले कैंप कर रहे हैं। इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है कि दोबारा किसी प्रकार के हंगामे जैसी स्थिति ना बने।

बच्चे की तलाश को मस्जिद से कराया ऐलान

बच्चे का जब कहीं भी कुछ पता नहीं चला तो गांव की मस्जिद से ऐलान कराया। इसके बाद पूरा गांव बच्चे की तलाश में निकल गया। सब लोग जंगल की ओर चल दिए। इस बीच किसी ने खबर दी कि तो कुछ देर बाद बच्चे का शव चरण सिंह के गन्ने के खेत में पड़ा मिला। हत्यारों ने मासूम के हाथ-पैर बांधे थे। शरीर पर चोट के निशान थे। मुंह में गन्ना ठूंसा हुआ था। ऐसा लगाता था कि गन्ने से पीट-पीटकर उसकी जान ले ली थी। हत्या की खबर धनपुरा ही नहीं आसपास के गांव में भी फैल गई, भारी संख्या में लोग जमा हो गए। हर कोई दुखी और हैरान थे कि मासूम की निर्मम हत्या किसने की और क्यों की? पिता डालचंद भी गांव पहुंच गए। वहीं, दूसरी ओर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।

छावनी में तब्दील हुआ गांव

50 लाख की फिरौती के लिए सिपाही के बेटे की हत्या की सूचना जब पुलिस को मिली तो हड़कंप मच गया। आनन-फानन में कई थानों की पुलिस फोर्स वहां पहुंच गयी। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण, एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह, सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी के अलावा एसओ इंचौली, मवाना व भावनपुर भी वहां पहुंच गए। पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया। पुलिस ने बच्चे का शव कब्जे में लेने का प्रयास किया तो गांव वाले भड़क गए। उधर, गांव में पहुंचते ही पुलिस टीमें अपने काम में जुट गईं। फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंच गयी।

ऐसे लगा हत्यारों का सुराग

पुलिस को किसी ने बताया कि जयभगवान के खेतों पर काम करने वाले उनके नौकर सुंदर उर्फ टीटू तथा बिजेन्द्र उर्फ राजू के बच्चे जयभगवान के पौत्र को अपने साथ ले जाते देखे गए थे। बस फिर क्या था सीसीटीवी तलाशें गए उसमें आरोपी मासूम को ले जाते हुए नजर आए। पुलिस के हत्थे टीटू व राजू तो तुरंत नहीं चढ़े, लेकिन घर पर सुंदर की पत्नी पूजा व टीटू की पत्नी सुमन तथा एक अन्य महिला मिल गए। पुलिस को देखकर वो बुरी तरह से घबरा गए। पुलिस को समझते देर नहीं लगी कि हत्या इन्होंने ही की है। तीनों को जीप में डाला और सीधे थाना इंचौली लेकर आए। हालांकि बाद में टीटू व राजू को भी हिरासत में ले लिया।

10 हजार रुपये मांगे थे उधार

थाने में लाकर जब सख्ती से पूछताछ की गयी तो तीनों ने जो सच बताया उससे पुलिस कर्मी भी हैरान थे। सुमन व पूजा ने बताया कि उनका परिवार अरसे से जयभगवान के खेतों में काम कर रहा है। शनिवार शाम को वो जयभगवान से 10 हजार रुपये उधार मांगने पहुंची थीं। उन्होंने उन्हें तो उधार देने से मनाकर दिया। वहां पर गांव का एक और व्यक्ति मौजूद था, उसको 10 हजार रुपये उधार दे दिए। यह बात उन्हें बुरी लगी और उन्होंने इसका बदला लेने की ठान ली और रविवार सुबह जयभगवान के पौत्र को अगवाकर जंगल में ले जाकर उसकी हत्या कर दी। सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि हत्या के बाद उन्होंने 50 लाख की फिरौती का पर्चा जयभगवान के घर में फेंक दिया।

पत्नियों की करतूत से पति थे बेखबर

पूजा और सुमन की करतूत से उनके पति पूरी तरह से बेखबर थे। ग्रामीणों ने बताया कि टीटू तो गांव में ही एक किसान के खेतों की तारबंदी कर रहा था। उसको पुलिस ने वहां से दबोचा और राजू बक्सर से लौट रहा था, उसके हाथ में शराब का पव्वा था। उसको पुलिस ने रास्ते से उठाया। ग्रामीणों ने बताया कि टीटू व राजू इस बात से बेखबर थे कि उनकी पत्नियों ने जयभगवान के पौत्र की हत्या कर दी है। हालांकि पीड़ित परिवार ने आठ के खिलाफ हत्या की तहरीर दी है।

सगी बहनें हैं हत्यारोपी, दोनों की दूसरी शादी

ग्रामीणों ने बताया कि टीटू व राजू की पत्नी सुमन व पूजा सगी बहनें हैं, जो सगे भाइयों को ब्याही हैं। दोनों की पहले शादी हो चुकी है। एक की शादी दिल्ली में हुई थी और दूसरी की गांव में ही दीपक नाम के युवक से हुई थी। शादी के करीब डेढ़ माह तक ही वह रुकी थी, उसके बाद शादी टूट गयी। ये भी पता चला है कि टीटू व राजू को शराब की परले दर्ज की लत है। दोनों को शराब की लत की बात तो समझ में आती है, लेकिन ग्रामीणों ने बताया कि सुमन व पूजा को भी शराब की बुरी लत है, वो पति से कहीं ज्यादा ड्रिंक करती हैं।

टीटू व राजू के पिता रामपाल यादव की मौत हो चुकी है। उनके पांच बेटे थे, इनमें पप्पू जो सालों से सोनीपत में रहता है, धर्मेंद्र उसकी मौत हो चुकी है, सुंदर वह भी अलग रहता है, फिर टीटू व राजू वो दोनों धनपुर में रहते हैं। रामपाल यादव के पास अच्छी खासी खेती की जमीन थी, लेकिन बुरी लतों के चलते बेटों ने सारी जमीन बेच दी। अब महज चार बीघा जमीन बाकी है।

गंगानगर थाने में आरोपियों की ली खबर

मासूम की हत्या मामले में पुलिस ने गंगानगर थाने में रखकर उनसे पूछताछ की। चारों की वहां अच्छे से खबर ली गई। देर रात एसएसपी, एसपी सिटी व एसओजी की टीम के अलावा इंस्पेक्टर इंचौली भी वहां पहुंच गए थे।

  • भटकाने को 50 लाख की फिरौती का पत्र

धनपुर में बच्चे की हत्या के मामले में दो के खिलाफ सुमन व मनोज के खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखा गया है। मृतक के परिजनों का मनोज के साथ जमीन को लेकर कुछ पुराना विवाद भी है। उसके खिलाफ तहरीर दी थी। इस मामले में तीन महिलाएं तथा एक महिला का पति हिरासत में लिए गए थे। उनसे पूछताछ की गई। पूछताछ में बच्चे की हत्या में उनकी संलिप्तता नहीं पायी गयी है। शुरुआती पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उधार मांगे 10 हजार रुपये न दिए जाने पर हत्या की गयी है। 50 लाख की फिरौती का पत्र पुलिस का ध्यान भटकाने के लिए लिखा गया।-रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी

What’s your Reaction?
+1
0
+1
2
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments