Saturday, July 27, 2024
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उत्तराखंड में सियासी तूफान: भाजपा का बड़ा दांव, महिला कांग्रेस अध्यक्ष सरिता आर्य ने ली सदस्यता

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जनवाणी ब्यूरो |

देहरादून: उत्तराखंड में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। नैनीताल से पूर्व विधायक और महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य अपने बगावती सुर के बाद अब भाजपा में शामिल हो गईं हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने उन्हें सोमवार को देहरादून में पार्टी की सदस्यता दिलवाई। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे।

कांग्रेस ने छह साल के लिए किया निष्कासित                         

सरिता आर्य के साथ ही कांग्रेस महिला प्रदेश उपाध्यक्ष रेखा बोरा गुप्ता और वंदना गुप्ता भी भाजपा में शामिल हो गईं। वहीं सरिता आर्य को कांग्रेस पार्टी ने सभी पदों से हटाते हुए छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है।

इससे पहले सरिता आर्य ने बगावती तेवरों से कांग्रेस मुख्यालय भवन का माहौल गरमाए रखा था। भाजपा नेताओं से मुलाकात की खबरों के बाद उन्होंने शनिवार को पार्टी कार्यालय में साफ तौर पर कहा था-अभी तो मैं कांग्रेस में हूं, आगे का पता नहीं। लोकतंत्र है, हर कोई अपने लिए सोचने को स्वतंत्र है…। भाजपा टिकट देगी तो वह वहां से भी चुनाव लड़ लेंगी।

उत्तराखंड में 40 नहीं तो कम से कम 20 प्रतिशत महिलाओं को टिकट मिले

शुक्रवार देर रात सरिता आर्य के भाजपा नेताओं से मुलाकात की खबर बाहर आई। इसके बाद पार्टी नेता उन्हें मनाने की जुगत में जुट गए। सबकुछ ठीक है का संदेश देने के लिए प्रदेश महामंत्री संगठन मथुरादत्त जोशी उन्हें मानते हुए कांग्रेस भवन लेकर आए, लेकिन यहां भी सरिता के बगावती तेवर जारी रहे।

भाजपा में जाने की संभावनाओं के बाबत पूछने पर उन्होंने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के यूपी फार्मूले लड़की हूं, मैं लड़ सकती हूं.. का जिक्र करते हुए कहा था कि उत्तराखंड में 40 नहीं तो कम से कम 20 प्रतिशत महिलाओं को टिकट मिले। महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते पार्टी से जुड़ी तमाम महिलाओं के हकों की आवाज उठाना उनकी जिम्मेदारी है। लेकिन वह यह भी पूछ रही हैं कि जब आपका ही टिकट पक्का नहीं है तो हमारी आवाज कैसे उठाएंगी।

सरिता ने कहा था, यह प्रश्नचिह्न मेरे ऊपर लग गया है। पार्टी में हमारी अनदेखी की जा रही है। यहां महिलाओं की बात नहीं सुनी जा रही है। ऐसे में हमें अपने हितों के बारे में भी सोचना पड़ेगा। पार्टी में कई महिला कार्यकर्ता 20 से 30 सालों से जुड़ी हैं। वह मुझसे कह रही हैं यदि आप हमें यहां से टिकट नहीं दिला सकती तो हमारे पास दूसरे विकल्प मौजूद हैं। मैं भी कब तक किसको रोक सकती हूं। मैं खुद के लिए ही नहीं तमाम दूसरी महिलाओं के लिए टिकट मांग रही हूं। भाजपा यदि मुझे टिकट देती है तो निश्चित तौर पर मैं भाजपा में चली जाऊंगी।

उन्होंने बीजेपी नेताओं से मुलाकात की बात से तो इनकार किया, लेकिन यह भी जोड़ा की मैंने अपनी बात रख दी है। खुद को कांग्रेस की सच्ची सिपाही भी बताया। लेकिन यह भी जोड़ा कि यदि मुझे नजरअंदाज किया गया तो मैं अपने बारे में सोचने के लिए स्वतंत्र हूं।

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