Wednesday, May 14, 2025
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आज के युग में पूजा यादव बनी मिसाल

  • पिता के काम को बढ़ाया आगे हाथों में थामा स्टेयरिंग

जनवाणी संवाददाता |

मोदीपुरम: माधवपुरम के सेक्टर चार निवासी पूजा यादव ने वर्षो से चले आ रहे पुरुषों के मिथक को तोड़कर नई मिसाल पेश की है। उनके पिता आॅटो चालक है तो उन्होंने भी अपने पिता के कार्य को आगे बढ़ाते हुए हाथों में स्टेयरिंग थाम लिया। चार सालों से पूजा एक दर्जन बच्चों को स्कूल तक छोड़ने व लाने का कार्य कर रही है। बेटी के इस कार्य पर पिता को भी गर्व है। पूजा गाड़ी चलाने के साथ-साथ अपनी पढ़ाई को भी आगे बढ़ा रही है।

चार साल पहले शुरू किया गाड़ी चलाना

पूजा यादव ने बताया कि उनके पिता सुरेश आॅटो चालक है, जबकि माता इंदू यादव गृहिणी है। पूजा की दो बड़ी बहन संजू यादव व अन्नू यादव है। बड़ी बहन भी पढ़ाई कर रही है। पूजा से अपने परिवार की आर्थिक तंगी नहीं छुपी थी। तीनों बेटियों की पढ़ाई, घर खर्च व पढ़ाई के बाद पिता के सामने तीनों की शादी को लेकर एक बड़ी चिंता सामने थी।

ऐसे में 12वीं कक्षा में पढ़ाई करने के दौरान पूजा यादव ने भी बच्चों को वैन के माध्यम से स्कूल छोड़ने व लाने के कार्य के बारे में पिता के सामने जिक्र किया। उसने पिता से ईको वैन दिलाने की जिद की। जिस, पर पिता ने फाइनेंस पर बेटी को ईको वैन लाकर दी। शुरुआत में पूजा के सामने कुछ कठिनाइयां आई। महिला चालक को देखकर अभिभावक थोड़े झिझके, परंतु उन्होंने पूजा पर विश्वास कर अपने बच्चों को वैन में भेजना शुरू कर दिया।

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वर्तमान में पूजा वैन से एक दर्जन स्कूली बच्चों को स्कूल छोड़ने व लाने का कार्य करती है। बच्चों से मिलने वाले किराये से उन्होंने ईको वैन की किस्त भी पूरी की और साथ ही साथ अपनी पढ़ाई का खर्चा उठाया। पूजा ने आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ महिला सशक्तिकरण की मिसाल भी पेश की। आज पिता सुरेश को पूजा पर गर्व है। उनका कहना है कि उनके बेटा नहीं है, परंतु बेटियां बेटों से भी अधिक फर्ज निभा रही है।

रेलवे में बनना चाहती है चालक

पूजा ने बताया कि वह पढ़ाई के बाद रेलवे में चालक बनने के लिए तैयारी करेंगी। उनका सपना है कि वह रेलवे में चालक बने। पिता और माता की ओर से उन्हें पूरा समर्थन मिला हुआ है। उनके समर्थन से उसे हौंसला मिला है। पूजा का कहना है कि संभवत: वह मेरठ की पहली महिला चालक है। यूं तो निजी वाहनों से काफी महिला बाजारों में आती जाती है। लेकिन, प्रोफेशनल के तौर पर उन्होंने किसी महिला चालक को नहीं देखा।

ब्राह्मण महासभा ने किया सम्मानित

पूजा यादव के आत्मनिर्भर बनने व महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश करने की जानकारी जब ब्राह्मण महासभा के जिलाध्यक्ष पंडित शौकेंद्र भारद्वाज को मिली तो वह बृहस्पतिवार को रीतू शर्मा के साथ पूजा यादव के घर पहुंचे। उन्होंने पूजा यादव को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। साथ ही पूजा के इस हौंसले को बढ़ावा देने को लेकर परिवार के लोगों को भी सम्मानित किया।

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