Tuesday, July 9, 2024
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कूड़े के ढेर में ‘वजूद’ तलाशता डाकघर

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  • बागपत में रीजनल स्थापित, रोहटा भवन को तरसा
  • उधारी के भवन में अस्तित्व के लिए झटपटा रहा डाकघर

जनवाणी संवाददाता |

रोहटा: एक और जहां मेरठ जिले का क्षेत्र काटकर बागपत में सांसद सत्यपाल सिंह ने बागपत में डाक विभाग का रीजनल आॅफिस स्थापित करा दिया। वहीं, दूसरी ओर रोहटा गांव आज भी एक अदद डाकखाने के भवन की स्थापना के लिए तरस रहा है। ब्लॉक मुख्यालय में पड़ी डाकघर की भूमि पर आज तक सांसद विधायक भी डाकघर की स्थापना नहीं करा पाए,

उधारी के भवन और बेहद कम संसाधनों में चल रहे ब्लॉक के डाकघर का कोई पुरसाहाल नहीं है। महज दो दुकान में सिमटकर रह गया डाकघर आज भी अपना वजूद स्थापित करने के लिए झटपटा रहा है। क्षेत्र के लोगों की रोहटा डाकघर स्थापना की एक बार फिर मांग उठी है।

मेरठ जिले का क्षेत्र काटकर बागपत जिले में जोड़ने और वहां डाकघर का रीजनल आॅफिस स्थापित कराने के लिए जहां भाजपा सांसद डा. सत्यपाल सिंह ने काफी मशक्कत की। वहीं, उन्हीं की लोकसभा क्षेत्र का गांव रोहटा आज भी एक अदद डाक भवन की स्थापना के लिए तरस रहा है। डाक विभाग द्वारा ब्लॉक मुख्यालय में तीन दशक से भी अधिक से पड़ी भूमि पर आज तक डाकघर बनाने की सुध नहीं ली है।

कूड़े के ढेर और गंदगी के अंबार इस जगह पर लगे हुए हैं। हालांकि विभाग द्वारा गेट लगाकर उस पर डाकघर रोहटा ब्लॉक लिखकर खानापूर्ति करके इतिश्री जरूर कर ली गई है, जो डाक विभाग के अधिकारियों का मुंह चिढ़ा रहा है। डाकघर की जमीन में कूड़े के ढेर इस बात की गवाही दे रहे हैं कि डाक विभाग, स्थानीय सांसद इस और कोई तवज्जो नहीं है। 15 सौ रुपये महावार उधारी के भवन में चल रहे हैं।

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रोहटा ब्लॉक के डाकघर के कर्मचारी आज भी कम संसाधनों और बड़ी चुनौती के रूप में काम कर रहे हैं। डाकघर पर स्टाफ की कमी बेहद कम संसाधन महज दो दुकानों में सिमट कर रह गए डाकघर में सरकार की योजनाओं का सही ढंग से क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है तो वहीं लोगों को भी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। डाक विभाग के मेरठ के रीजनल मैनेजर अमरजीत सिंह ने बताया कि बागपत में रीजनल स्थापित हो गया है और संबंधित कर्मचारियों की सैलरी वहीं से वितरित होने लगी है

तो शीघ्र ही डाक विभाग द्वारा तमाम आर्थिक, व्यवसायिक और डाक संबंधित गतिविधियों का संचालन के बागपत से किया जाएगा। इसकी सुगबुगाहट क्षेत्र के लोगों को जैसे लगी और सोशल मीडिया पर दैनिक जनवाणी की खबर को जमकर वायरल किया जा रहा है और सांसद के फैसले का जमकर विरोध हो रहा है। हालांकि इस संबंध में भी स्थानीय सांसद प्रतिनिधि कपिल शर्मा ने बताया कि बागपत जिले का केवल डाक विभाग का क्षेत्र काटा गया है। बाकी मेरठ जिले से ही अटैक रहेंगे।

बदल सकते हैं पिन कोड

मेरठ जिले के तीन ब्लॉक सरूरपुर, रोहटा और जानी खुर्द सैकड़ों गांव बागपत रीजनल आॅफिस से डाक विभाग द्वारा अटैच करने के बाद यहां 3 पिन कोड भी बदल सकते हैं। सरूरपुर का जहां 250344 पिन कोड है तो रोहटा का 250502 दो पिन कोड है, जबकि जानी खुर्द का 250501 पिन कोड है। डाक विभाग के अधिकारियों की माने तो मेरठ जिले के इन ब्लॉक के अटैच होने के बाद अब यहां पिन कोड भी बदल सकते हैं।

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