- कई जगह तो सड़क में गड्ढे नहीं बल्कि गड्ढों में सड़क ही दिखाई नहीं देती
- कांवड़ यात्रा के दौरान भी महानगर की सड़कें नहीं हो सकी गड्ढामुक्त
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कांवड़ यात्रा प्रारंभ हो चुकी है, लेकिन महानगर की सड़कों में बने गड्ढों को अभी नहीं भरा जा सका। बरसात से पूर्व सड़कों में बने गड्ढों को भरकर पैचवर्क का कार्य कांवड़ यात्रा से पूर्व संपन्न हो जाना चाहिए था, लेकिन कांवड़ यात्रा शुरू हो चुकी है, लेकिन अभी तक सड़कें गड्ढामुक्त नहीं हो सकी है। नगर निगम क्षेत्र में शायद ही कोई ऐसी सड़क होगी, जिसमें गड्ढे न हों। निगम के द्वारा गड्ढों को भरने के लिए मोबाइल एंबुलेंस सेवा भी शुरू की थी, लेकिन वह भी एक दो दिन क्षेत्र में काम करने के बाद दिखाई देनी बंद हो गई। लोग दिये गए मोबाइल नंबरों पर फोन मिलाते रहे, लेकिन कोई सफलता नहीं मिलती।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कांवड़ यात्रा से पूर्व सड़क में बने गड्ढों को भरने के लिए आदेश जारी किया गया है, लेकिन महानगर की कोई एक ऐसी सड़क होगी। जिसमें वर्तमान में गड्ढे न बने हों या फिर सड़क उखड़ी हुई न हो। यहां तक की कमिश्नरी चौराहा पर हाल ही में बनी सड़क से बजरी उखड़ने लगी है। वहीं, दूसरी ओर कुछ जगहों पर सड़क में गड्ढे नहीं बल्कि गड्ढों में सड़क दूर तक दिखाई नहीं देती। नगर निगम को बरसात एवं कांवड़ यात्रा से पूर्व सड़कों की मरम्मत एवं पैचवर्क का कार्य पूरा करा लेना चाहिए था, लेकिन जब कांवड़ यात्रा शुरू हो गई और बरसात का मौसम शुरू हो गया है।
अब सड़क कैसे बने और सड़कों को गड्ढा मुक्त कैसे बनाया जाये वह मुश्किल हो रहा है। महानगर की सड़कों में गड्ढे बेशुमार हो चुके हैं। जिनकी संख्या लाखों के पार तक पहुंच गई है। बागपत बाइपास पुल के निकट भी सड़क काफी क्षतिग्रस्त होकर टूट चुकी है, सड़क में एक से डेढ़ फीट तक गहरे गड्ढे बन चुके हैं। मार्ग से होकर गुजरना राहगीरों के लिए दूभर हो गया है। उधर, रोहटा बाइपास, कंकरखेड़ा बाइपास के साथ ही गढ़ रोड एंव हापुड़ अड्डे के निकट भी सड़कों का यही सूरत-ए-हाल है। फिलहाल सड़कों में गड्ढे नहीं बल्कि गड्ढों में सड़क दिखाई नहीं देती। स्थानीय लोगों का कहना है कि लगता है कि शायद ही कभी महानगर की सड़कें गड्ढा मुक्त हो सकेंगी।