- सगोत्र विवाह मामला युवती के वापस लौटाने का दिया अल्टीमेटम हुआ पूरा
जनवाणी संवाददाता |
सरूरपुर: गोटका गांव में सगोत्र विवाह का मामला लगातार गर्माता जा रहा है। जहां पहल पांच दिन पहले गांव में पंचायत करके युवक के परिजनों को तीन दिन के अंदर युवती को वापस लाकर सौंपने का अल्टीमेटम दिया गया था। वहीं अब मामले में नया मोड़ आ गया है। जहां युवक के पिता ने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई थी, जिसके बाद युवक के पिता को एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने दो सुरक्षाकर्मी मुहैया करा दिये हैं।
वहीं, दूसरी ओर अभी तक लापता युगल का कोई सुराग नहीं है। पंचायत द्वारा दिए गए समय के समय में युगल वापस नहीं आने पर अब युवक के परिवार वालों की सामाजिक बहिष्कार की तैयारी की जा रही है। इसका खाका तैयार करने के लिए गांव में दिन-रात चर्चाओं का जोर गरम है और शीघ्र पंचायत करके इस बात का ऐलान किया जा सकता है।
गौरतलब है कि ठाकुर बाहुल्य गांव गोटका में एक पखवाड़े पूर्व गांव के ही एक युवक ने गांव की अपनी ही बिरादरी की एक युवती से भाग कर शादी करते हुए कोर्ट मैरिज कर ली थी। युगल ने कोर्ट मैरिज करने के बाद एसएसपी रोहित सजवाण के सामने पेश होकर खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई थी।
जिसके बाद से युगल लापता है। वहीं, इस मामले की खबर जैसे ही गांव में लगी तो ठाकुर बिरादरी की सभी खाप की महापंचायत शिव मंदिर में आयोजित की गई थी। जिसमें कुशवाहा खाप, पुंडीर, साठा चौरासी व सोम चौबीसी महापंचायत में इस सगोत्र विवाह का कड़ा विरोध करते हुए स्वर उभरे थे। इस महापंचायत में पूर्व विधायक संगीत सोम ने भी हिस्सा लिया था और सगोत्र विवाह का पुरजोर विरोध करते हुए ऐसे लोगों का बहिष्कार करने तक की बात कही थी।
जिसके बाद आयोजित महापंचायत में युवक के परिजनों को पांच दिन का अल्टीमेटम देते हुए युवती को वापस सौंपने के लिए दबाव बनाया गया था। हालांकि शुक्रवार तक का समय दिया गया था, लेकिन शुक्रवार से एक दिन पहले ही मामले में उलटफेर करते हुए युवक के पिता ने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाते हो जान का खतरा बता दिया। इसके बाद एसएसपी रोहित सजवाण के आदेश पर पुलिस ने युवक के पिता को दो पुलिसकर्मी तैनात करते हुए सुरक्षा दे दी थी।
वहीं, दूसरी ओर युवती के वापस लौटाने के दिए गए अल्टीमेटम का समय सीमा शुक्रवार को पूरी हो गई। जिसके बाद अब चर्चा है कि युवक के परिवार वालों का सामाजिक बहिष्कार किया जा सकता है। इसे लेकर गांव में चर्चाओं का जोर गरम है। खुद ग्राम प्रधान इस बात को गलत बताते हुए सामाजिक बहिष्कार की बात कही। वहीं, दूसरी ओर परिवार का सामाजिक बहिष्कार करने के लिए खाका तैयार किया जा रहा है तथा दी गई
समय सीमा में युवती को नहीं लौटाने के चलते अब शीघ्र महापंचायत आयोजित करके कभी भी परिवार का सामाजिक बहिष्कार किया जा सकता है। वहीं, दूसरी ओर अभी तक युगल लापता है। जबकि युवक के पिता की सुरक्षा में पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए। मामले को लेकर गांव में सामाजिक तनाव बरकरार बना हुआ है।
हालांकि इस संबंध में खुफिया विभाग व पुलिस अब भी चौकन्नी बनी हुई और मामले पर नजर रखे हुए। युवती के परिवार वालों का आरोप है कि युवक के परिवार है उन पर लगातार पंचायत में करने का दबाव बना रहे हैं। युवक के पिता ने भी सुरक्षा की गुहार लगाते हो अपनी जान का खतरा बताया है।
राज्यसभा सांसद के सामने सगोत्र विवाह के खिलाफ कानून बनाने की मांग
गोटका प्रकरण को लेकर लगातार बवाल बढ़ता जा रहा है। जहां गांव में ठाकुर खाप की पंचायत में पुरजोर मांग उठते हुए सगोत्र विवाह का कड़ा विरोध जताते हुए सामाजिक बहिष्कार तक का खाका तैयार किया गया। शुक्रवार को कस्बा खिवाई में ब्लॉक प्रमुख मनोज चौहान के आवास पर एक कार्यक्रम में पहुंचे राज्यसभा सांसद विजय पाल सिंह तोमर के सामने बपारसी गांव निवासी ठाकुर बिरादरी के मुख्य वयोवृद्ध नेता माने जाने वाले बुध सिंह महाशय ने मांग रख दी कि सरकार आप कानून बनाते हो ऐसा कानून बना दो जैसा महर्षि दयानंद ने बनाया था कि सगोत्र विवाह करने वाले के भरे चौराहे पर गर्दन काट दी जाए। बुध सिंह महाशय ने बछड़ा बाजार पर उदाहरण देते हुए कहा कि कहा कि यहां तो बहुत बड़ी गड़बड़ हो गई है।
बुध सिंह महाशय ने राज्यसभा सांसद विजयपाल तोमर से इस मांग करते हुए कहा कि ऐसा कानून राज्यसभा में पारित किया जाए कि पड़ोस व गांव की बेटियों की इज्जत और लाज बची रहे और इस तरह की कोई आगे हिम्मत ना कर पाए, जैसी गोटका गांव का युवक ने हिम्मत करके बिरादरी की नाक कटवा दी है। उन्होंने सांसद से कहा कि सरकार गांव में बड़ा अनर्थ कांड हो गया है जो नहीं होना था। बार-बार दोहराते हुए उनसे बुध सिंह महाशय ने ऐसा कानून बनाकर शीघ्र पारित करने की समाज के लोगों के सामने मांग रखी यहां ठाकुर बिरादरी के काफी लोग मौजूद थे। जहां बुध सिंह महाशय ने सगोत्र विवाह पर कानून बना कर रोक की शीघ्र मांग की। जिसका वहां मौजूद पंचों ने भी समर्थन किया।