जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने रविवार को अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ऐतिहासिक कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विशेष तौर पर सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश का प्रत्येक बच्चा बालश्रम मे न संलिप्त होकर शिक्षा की मुख्यधारा में सम्मिलित होकर अच्छी शिक्षा ग्रहण करें। उन्होंने कहा कि सरकार का संकल्प है कि किसी भी गरीब का बच्चा बाल श्रमिक के रूप में न दिखायी दे।
अनिल राजभर ने नया सवेरा योजना से आच्छादित 20 जनपदों के 275 ग्राम पंचायतों व शहरी वार्डों को बाल श्रम मुक्त घोषित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नया सवेरा योजना कार्यक्रम श्रम विभाग द्वारा गत 5 वर्षों से संचालित किया जा रहा है और पूर्व में भी नया सवेरा योजना से आच्छादित जनपदों के 365 ग्राम पंचायतें-शहरी वार्डाें को बाल श्रम मुक्त घोषित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में जनपद स्तर पर ग्राम प्रधानों, पार्षदों व विभिन्न विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारियों का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने अपेक्षा की, कि जिन ग्राम पंचायतों व शहरी वार्डाें को बाल श्रम मुक्त घोषित किया जा रहा है, वहां यह भी सुनिश्चित किया जाये कि पुनः कोई भी बच्चा बाल श्रम में संलिप्त न हो।
श्रम मंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि बाल श्रमिकों एवं अनाथ बच्चों हेतु प्रदेश के 18 मण्डलों में नवोदय विद्यालयों की तर्ज पर अटल आवासीय विद्यालय का शीघ्र ही संचालन किया जाय। उन्होंने कहा कि बाल श्रम देश के लिए अभिशाप है। उन्होंने कहा कि इस प्रथा के उन्मूलन के लिये समाज के सभी वर्गों को आगे आना होगा, जिससे आगामी वर्षों में प्रदेश को बाल श्रम मुक्त घोषित किया जा सके, जो पूरे देश के लिए एक गौरव की बात होगी। इस कार्यक्रम में नया सवेरा योजना से आच्छादित 20 जनपदों के 800 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में पं. सुनील भराला, अध्यक्ष, श्रम कल्याण परिषद भी मौजूद रहे।