- भैंसाली मैदान में प्रारंभ हुई श्रीराम कथा
- जीवन में रामचरितमानस का उतरना अति आवश्यक
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मंगलवार को भैंसाली मैदान में प्रारंभ हुई श्री राम कथा के प्रथम दिन परम पूज्य बापूजी ने कहा कि हमारे जीवन में रामचरितमानस का उतरना आज के समय में अति आवश्यक है। रामचरितमानस हमें जीवन जीने की कला सिखाती है भगवान श्रीराम के आदर्श ही हमें बताते हैं कि एक भाई पुत्र पति कैसा होना चाहिए कैसा उसको अपने परिवार में आचार और व्यवहार करना चाहिए।
यह सभी शिक्षा हमें रामचरितमानस से ही मिलती है। रामचरितमानस के शुभारंभ में वंदना प्रकरण को लेते हुए बापूजी ने भगवान गणेश और माता सरस्वती की वंदना करते हुए मानस की सुंदर चौपाइयों का गान करते हुए राम कथा को प्रारंभ किया। बापूजी ने कहा कि मेरठ शहर की धरा अपने आप में एक गौरवशाली धरा है
जहां पर पूर्व में भी मेरे द्वारा एक बार कथा का दान किया जा चुका है और इस बार सांसद के संरक्षण में राम कथा सेवा समिति के तत्वावधान में जो आयोजन रखा गया है। वह अविस्मरणीय है और आयोजन के लिए पूरी पूरी सराहना करते हुए सभी पदाधिकारियों को अपना आशीर्वाद दिया।
संयोजक हर्ष गोयल व मीडिया प्रभारी अमित शर्मा ने बताया कि कथा नित्य प्रति दोपहर दो बजे से पांच तक चलेगी और सात नवंबर तक नित्य कथा का गान होगा। आज के मुख्य यजमान रवि माहेश्वरी अक्षीव अग्रवाल (पसवाड़ा परिवार) रहे। आरती कर्ता सांसद राजेंद्र अग्रवाल, रवि माहेश्वरी, कथा के अध्यक्ष डॉ. रामकुमार गुप्ता, राजेश दीवान, नीरज मित्तल, समय सैनी (बिल्डर) वरुण अग्रवाल, नवीन अरोरा, विक्रम शास्त्री, कुसुम शास्त्री (एमपीएस स्कूल) रहे।
कन्हैया मित्तल के भजनों पर झूमे श्रद्धालु
कथा के पहले दिन प्रसिद्व भजन गायक कन्हैया मित्तल ने श्रद्धालुओं को भजनों पर झूमने के लिए मजबूर कर दिया। जिसमें भजन गायक ने राम को लाए है हम उनको लाएंगे से शुरुआत की तो पंडाल में मौजूद हर कोई उनके सुर से सुर मिलाता नजर आया। वहीं लोग थिरकने लगे और सेल्फी भी खूब ली गई।
भजन गायक का किया स्वागत
भैंसाली ग्राउंड में चल रही भगवान श्रीराम कथा में पहुंचे प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैयालाल मित्तल का कंकरखेड़ा व्यापार संघ नीरज मित्तल ने भाजपा कैंट विधायक अमित अग्रवाल और परिवार के सदस्यों के साथ राम दरबार देकर स्वागत किया।
इस दौरान नीरज मित्तल, रीता मित्तल, रक्षित जिंदल, पार्षद राजेश खन्ना, ज्ञानेंद्र अग्रवाल और अंकित सिंघल आदि मौजूद रहे।