- जेसीबी के शीशे टूटे, अवैध कब्जों पर हुई कार्रवाई
जनवाणी संवाददाता ।
मेरठ: नगर-निगम की जमीन पर अवैध रूप से कब्जे की सूचना के बाद मंगलवार को नगरायुक्त ने अपने अधिनस्थ अफसरों के साथ बैठक की, जिसके बाद निगम की जमीन को कब्जा मुक्त कराने के आदेश दिये। नगरायुक्त के आदेश के बाद निगम की टीम ने शहर में तीन स्थानों पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करने पहुंची।
कंकरखेड़ा के डिफेंस एन्क्लेव में लगाये गेट को जेसीबी लगाकर तोड़ दिया। इसके बाद भीड़ भड़क गई तथा भीड़ ने निगम की जेसीबी पर पथराव कर दिया, जिससे जेसीबी के शीशे क्षतिग्रस्त हो गये।
यही नहीं, बेकाबू भीड़ ने निगम की जेसीबी चला रहे कर्मचारी को भी दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। इस पूरे घटनाक्रम के बाद निगम के बाकी कर्मचारी भाग निकले। इस मामले में मारपीट करने व सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कराने के लिए कंकरखेड़ा थाने में तहरीर दी गई है।
नगर-निगम के वार्ड-38 में खड़ौली गांव में निगम की जमीन पर अवैध रूप से कुछ लोगों ने निर्माण कर कब्जा कर रखा था। मंगलवार को निगम के पटवारी राजकुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे और अवैध निर्माण को ध्वस्त करा दिया। बताया जा रहा है कि यह निर्माण दुलीचंद यादव का था, जो सपा नेता है।
यहां से निगम की टीम नंगलाताशी पहुंची और यहां पर अवैध रूप से खोदी गई नींव को वापस भरा गया। बताया जा रहा है कि कुछ लोग निगम की जमीन पर कब्जा करने की तैयारी कर रहे थे और इसके लिए उन्होंने नींव भी खुदवा दी थी।
इसके बाद नगर निगम की टीम कंकर खेड़ा स्थित कैलाशी अस्पताल के पास पहुंची, यहां पर डिफेंस एन्क्लेव के गेट को ध्वस्त कर दिया गया।
इस गेट को भी कॉलोनी वासियों द्वारा अवैध रूप से लगाया गया बताया जा रहा है, वही गेट को तोड़ने के बाद निगम का बुलडोजर कुछ दूर स्थित पेट्रोल पंप पर डीजल लेने रुका तो कॉलोनी के लोग भी वहां पर आ धमके और बुल्डोजर के शीशे तोड़ दिये और चालक के साथ मारपीट की गई।
इस घटना की शिकायत नगर-निगम द्वारा पुलिस थाने में की। कुछ लोगों के खिलाफ तहरीर भी दी गई है। कुल मिलाकर निगम की टीम ने अवैध निर्माणो को लेकर जो कार्रवाई की है वह तारीफ के काबिल है, नहीं तो अक्सर देखा यही जाता है कि निगम के ही किसी कर्मचारी पर पैसे लेकर जमीनों पर कब्जा कराने के आरोप लगते रहते हैं।