जनवाणी संवाददाता |
मेरठ/सरधना: शुक्रवार को सरधना के एक गांव में दुष्कर्म की शिकार हो चुकी गर्भवती किशोरी दूसरे के पाप को 8 महीने तक अपने पेट में संभाले रखी। किशोरी का दर्द यहां खत्म नहीं हुआ।
शुक्रवार सुबह प्रसव के लिए जब सरधना सीएचसी पहुंची तो स्वास्थ्य कर्मियों ने भर्ती करने से इनकार कर दिया। कई घंटे तक अस्पताल परिसर में कराहती किशोरी ने अंतत: मृत शिशु को जन्म दिया।
जानकारी मिलते ही पुलिस ने जहां अस्पताल के स्टाफ को फटकार लगाई तो वहीं गंभीर हालत में किशोरी को भर्ती कराया। फिलहाल उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कार्यवाही शुरू कर
दी है।
इंस्पेक्टर प्रताप सिंह का कहना है कि दुष्कर्म पीड़िता सरधना सीएचसी में प्रसव के लिए आई थी। अस्पताल स्टाफ ने उसे भर्ती नहीं किया। किशोरी ने अस्पताल परिसर में ही मृत बच्चे को जन्म दिया। मैने खुद अस्पताल में भर्ती कराया है।