जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: राहुल बजाज ने देश की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी Bajaj Auto (बजाज ऑटो) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। अब उनकी जगह नीरज बजाज कंपनी की कमान संभालेंगे। नीरज इस समय कंपनी में एक गैर-कार्यकारी निदेशक हैं। राहुल बजाज 30 अप्रैल 2021 से बजाज ऑटो के गैर-कार्यकारी निदेशक और अध्यक्ष का पद छोड़ देंगे। कंपनी ने गुरुवार को एक एक्सचेंज फाइलिंग में यह जानकारी दी।
नीरज बजाज, राहुल बजाज के चचेरे भाई हैं। उन्हें उद्योग में 35 वर्षों का अनुभव है। उन्होंने सितंबर 2006 में बजाज ऑटो ज्वाइन किया था।
राहुल बजाज ने क्यों छोड़ा पद
कंपनी के बयान के अनुसार, 82 वर्षीय राहुल बजाज ने उम्र का हवाला देते हुए पद छोड़ने का फैसला किया है। कंपनी के गैर-कार्यकारी निदेशक राहुल बजाज 1972 से बजाज ऑटो और पिछले पांच दशकों से बजाज ग्रुप ऑफ कंपनीज से जुड़े हुए हैं। बोर्ड के इस फैसले को मंजूरी मिलने के बाद वह अब कंपनी में सलाहकार की भूमिका में होंगे। राहुल बजाज की कुल संपत्ति लगभग 6.5 बिलियन डॉलर (करीब 4.8 खरब रुपये) है।
अब क्या होगी उनकी भूमिका
कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि राहुल बजाज ने पिछले पांच दशकों के दौरान कंपनी और समूह की कामयाबी में अहम योगदान दिया है। उनके जबरदस्त अनुभव और कंपनी के हितों में उनके ज्ञान, और समय-समय पर एक सलाहकार और एक संरक्षक के रूप में उनकी भूमिका को देखते हुए, निदेशक मंडल ने 1 मई, 2021 से राहुल बजाज को कंपनी के चेयरमैन एमेरिटस के रूप में नियुक्त किया है।
राहुल बजाज की पढ़ाई
राहुल बजाज भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और सामाजिक कार्यकर्ता जमनालाल बजाज के पोते हैं। राहुल ने अपनी पढ़ाई दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से की है। उन्होंने मुंबई के लॉ यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री भी हासिल की है।
नीरज बजाज कौन हैं
अब राहुल बजाज के चचेरे भाई नीरज बजाज कंपनी में अध्यक्ष की भूमिका में होंगे। नीरज बजाज की उम्र लगभग 67 साल है और उन्हें इस क्षेत्र में 35 साल का अनुभव है। 35 वर्षों से अधिक के करियर में, नीरज बजाज ने बजाज समूह की ज्यादातर कंपनियों में महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। वह सितंबर 2006 में बजाज ऑटो लिमिटेड के बोर्ड में शामिल हुए। उन्होंने अमेरिका में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए किया है। वह बजाज आलियांज लाइफ और जनरल इंश्योरेंस के निदेशक मंडल में भी शामिल हैं।