जनवाणी संवाददाता |
बड़ौत: बड़ौत तहसील में रालोद कार्यकतार्ओं ने रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के निर्देश पर शनिवार को प्रदेशभर में पार्टी द्वारा सभी तहसीलों पर धरना प्रदर्शन किया गया। बड़ौत तहसील में काफी संख्या में रालोद कार्यकर्ता एकत्रित हुए। यह धरना-प्रदर्शन पूर्व विधायक गजेन्द्र सिंह मुन्ना के नेतृत्व में किया गया।
वक्ताओं का कहना था कि भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है। सभी सरकारी कंपनियों का निजीकरण किया जा रहा है। देश में महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है, किसानों को उनकी फसलों का वाजिब दाम नहीं दिया जा रहा है।
बकाया गन्ना भुगतान करने में सरकार विफल रही है। अन्य प्रदेशों के मुकाबले उत्तर प्रदेश में विद्युत दरें आसमान छू रही है। गन्ने का भाव पिछले चार सालों से बिल्कुल नहीं बढ़ाया गया है। किसान जिस मिल पर चाहे अपना गन्ना डालने की छूट दी जाए। किसानों के गन्ने की ढुलाई का भाड़ा खत्म किया जाए ।किसानों के बिजली के बिल कम किए जाएं।
ट्यूवैल के लिए किसानों को बिजली फ्री दी जाए। किसानों को डीजल पर सब्सिडी दी जाए। किसानों के खाद एवं अन्य कृषि संबंधी यंत्रों के दाम घटाए जाएं। आवारा पशुओं से किसान की फसल को बचाने के लिए व्यवहारिक प्रबंधन किए जाएं। किसानों के सभी उत्पाद एमएसपी पर खरीदे जाएं।
इन्हीं मांगों को लेकर अब रालोद आंदोलन के लिए तैयार हैं। कार्यकतार्ओं ने धरना प्रदर्शन के बाद राज्यपाल के नाम नौ सूत्रीय एक ज्ञापन एसडीएम को दिया। इस मौके पर पूर्व विधायक गजेंद्र सिंह मुन्ना, प्रदेश अध्यक्ष सैनिक प्रकोष्ठ कर्नल ब्रह्मपाल तोमर, मीडिया प्रभारी अरुण तोमर बोबी, पूर्व मंत्री कुलदीप उज्जवल, रामकुमार चेयरमैन, संजीव मान, अश्वनी तोमर, सतेन्द्र प्रमुख, मनोज तोमर, सुरेश राणा, युवा रालोद क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रमेंद्र तोमर, बबली तोमर, मुनेश बरवाला, नरेश डायरेक्टर, कुसुमपाल तोमर, डा. इरफान मलिक, शकील सैफी, विकास प्रधान, राजू तोमर सिरसली, सतबीर फौजी, सूबेदार संजय चौधरी, रालोद महिला विंग की जिलाध्यक्ष रेणु तोमर, गौरव बड़ौत, संजय फौजी , शौदान फौजी आदि रहे।