जनवाणी संवाददाता |
शामली: सोमवार को गांव लांक, हसनपुर सहित म्यान निवासी दर्जनों ग्रामीणों ने शामली कलक्ट्रेट में प्रदर्शन कर मेरठ करनाल हाईवे के निर्माण में बिना अनुमति से भूमि अधिग्रहण करने का आरोप लगाया है। उन्होने मामले में जांच कराकर कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
सोमवार को कांधला क्षेत्र के गांव म्यान निवासी सुशील कौशिक ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि करानी नंबर 9 स्थित गांव म्यान के खातेदार है। खेतों से मेरठ करनाल हाईवे के लिए सडक बनाई गई है। उन्होने कहा कि लोक निर्माण विभाग शामली द्वारा बगैर सहमति एवं बगैर मुआवजे का भुगतान किए ही भूमि पर अस्थायी रूप से सडक का निर्माण करा दिया गया।
उन्होने कहा कि लोक निर्माण विभाग द्वारा अवैधानिक कार्यवाही के विरूद्ध पूर्व में भी अवगत कराया गया, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई। उन्होने कहा कि उक्त सडक भारतीय राष्टीय राजमार्ग के आधीन हो गया है। जिस पर निर्माण कार्य किए जाना प्रस्तावित है। जो सडक स्थायी रूप से ले ली गई है। उसके मुआवजे का भुगतान के बगैर किसी भी तरह का निर्माण या चौडीकरण कराने से रोका जाये। इसके अलावा गांव हसनपुर व लांक के भी दर्जनों ग्रामीणों ने भी प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर बताया कि राष्टीय राजमार्ग 709ए मेरठ करनाल से सटी हुई है। यहां चकबंदी 1952 में हुई थी।
उस समय लगभग 35 फुट सडक का रकबा था। आज लगभग 80 से 85 फुट सडक निर्माण किया जा रहा है। जिससे जमीन सडक में जा रही है। सरकार द्वारा भी कोई मुआवजा नही दिया जा रहा। उन्होने जमीन व मकानों का सरकारी रेट के अनुसार मुआवजा दिलाये जाने की मांग की है। इस अवसर पर राजकुमार मलिक, इकबाल सिंह, रविन्द्र सिंह, ओमबीर सिंह, मास्टर ओमपाल सिंह, सुरेन्द्र सिंह, विरेन्द्र सिंह, विनोद, दिनेश, धीरज, सूरज, अरविन्द, संजीव आदि मौजूद रहे।