- 11 दिवसीय प्रोत्साहन योजना में 25.37 करोड़ की आय के साथ गाजियाबाद पहले स्थान पर
- प्रति बस आय में 26 हजार 655 रुपये का लक्ष्य छूते हुए नोएडा रीजन प्रदेश में रहा सबसे आगे
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: दीपावली की त्योहार शृंखला के दौरान उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की ओर से चलाई गई प्रोत्साहन योजना में गाजियाबाद ने पहला स्थान प्राप्त किया है। इसमें लखनऊ का दूसरा और मेरठ का तीसरा स्थान रहा है। प्रभारी आरएम सेवा प्रबंधक लोकेश राजपूत ने बताया कि प्रोत्साहन योजना 10 से 20 नवंबर तक 11 दिन के लिए लागू की गई। जिसमें पहले स्थान पर रहे गाजियाबाद परिक्षेत्र ने 958 बसों का संचालन किया
और एक लाख 13 लाख 65 हजार 650 यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाते हुए 25.37 करोड़ रुपये की आय अर्जित की। दूसरे स्थान पर रहे लखनऊ परिक्षेत्र ने 996 बसों का संचालन करते हुए 13 लाख 59 हजार 741 मुसाफिरों को उनकी मंजिल तक पहुंचाते हुए 17.13 करोड़ रुपये की आय प्राप्त की। वहीं तीसरे स्थान पर आए मेरठ परिक्षेत्र ने 768 बसें मार्ग पर उतारते हुए सबसे अधिक 17 लाख 10 हजार 923 मुसाफिरों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने का काम किया।
मेरठ परिक्षेत्र के पांच डिपों से संचालित हुई इन बसों से 11 दिन में 15.40 करोड़ की आय अर्जित की गई। उन्होंने मुख्यालय से जारी किए गए आंकड़ों के हवाले से बताया कि प्रति बस आय के मामले में नोएडा रीजन अव्वल रहा। जिसकी प्रति बस आय का औसत 26 हजार 655 रुपये रहा। प्रभारी आरएम ने बताया कि प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत संचालन से जुड़े स्टाफ चालक-परिचालक को 11 दिन ड्यूटी करने पर 4000 और 10 दिन ड्यूटी करने पर 3500 रुपये अतिरिक्त दिए जाने का प्रावधान भी किया गया है। इसके अलावा वर्कशॉप पर कार्यरत स्टाफ को भी प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
एनजीटी कोर्ट में हुई लोहियानगर में कूड़े के पहाड़ पर सुनवाई
लोहिया नगर स्थित कूड़े के पहाड़ को लेकर आरटीआई एक्टिविस्ट लोकेश खुराना के द्वारा विभिन्न अधिकारियों से मामले की शिकायत की गई। साथ ही मामला एनजीटी कोर्ट में डाल दिया गया। जिस पर एनजीटी की टीम के द्वारा लोहिया नगर स्थित कूडेÞ के पहाड़ का निस्तारण नहीं करने को लेकर निगम अधिकारियों को फटकार लगाई। इस दौरान वहां से पानी एवं मिट्टी के नमूने भी टीम ने लिए।
एनजीटी कोर्ट में सुनवाई के दौरान निगम के दौरान फटकार लगी ओर पूर्व में जुर्माना भी लगाया गया था। इसमें 21 नवंबर को फिर से एनजीटी कोर्ट में सुनवाई हुई। जिसमें आरटीआई एक्टिविस्ट लोकेश खुराना भी आॅनलाइन जुडेÞ। सुनवाई के दौरान कोर्ट निगम अधिकारियों से खासी नाराज दिखाई दी। चर्चा है कि कोर्ट ने इस बार भी निगम पर भारी भरकम जुर्माना लगाया है। जिसमें समाचार लिखे जाने तक कितना जुर्माना एनजीटी कोर्ट द्वारा लगाया गया वह पुष्टि नहीं हो सकी।