- करोड़ों की लागत से बनकर तैयार बिल्डिंग रंगाई पुताई के बाद हुई बेनूर
जनवाणी संवाददाता |
रोहटा: एक साल से तैयार रोहटा थाना नई बिल्डिंग में जाने से पहले ही ग्रहण लग गया है। यहां पिछले आठ महीनों से ठेकेदार आठ कदम की दूरी पर स्थित बिजलीघर से बिजली कनेक्शन थाने में मुहैया नहीं करा पाया है।
जिसकी वजह से थाना शिफ्ट होने में अड़चन आ रही है। वहीं दूसरी ओर थाना प्रांगण में इंटरलॉकिंग नहीं बिछाने से भी थाना शिफ्ट होने में दिक्कत खड़ी हो रही है। इसे लेकर विभाग के अधिकारी जहां गंभीर नहीं है वहीं दूसरी ओर ठेकेदार भी बजट का रोना रो रहा है।
रोहटा के थाने की करोड़ों रूपए से तैयार हुई बिल्डिंग में थाना शिफ्ट होने से पहले ही इस पर ग्रहण लगता नजर आ रहा है। पिछले एक साल से बनकर तैयार पड़े थाने की बिल्डिंग में थाना शिफ्ट होने में बार-बार अड़चनें आ रही हैं। मार्च में थाना नई बिल्डिंग में शिफ्ट होना था, लेकिन हीला हवाली और लापरवाही के चलते अभी तक भी शिफ्ट नहीं हो पाया है।
जिससे देखरेख के अभाव में अब थाना बदहाल होने लगा है। थाने में कई-कई फीट घास फूंस उगा आई है। देखरेख के अभाव में रंगाई पुताई भी बेनूर हो चली है।
गौरतलब है कि रोहटा में करोडों रुपए की लागत से नए थाने की बिल्डिंग पूठखास गांव में बनाई गई है। जिसमें थाना मार्च माह में शिफ्ट होना था लेकिन, बिजली कनेक्शन और कैंपस में इंटरलॉकिंग टाइल्स नहीं बिछ पाने की वजह से शिफ्ट होना मुश्किल हो गया है। हालांकि थाने का भवन बिल्कुल तैयार है रंगाई पुताई भी हो चुकी है और थाने का बोर्ड भी लग चुका है।
इस बारे में इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस के आला अफसर थाना शिफ्ट होने के लिए गंभीर हैं और प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन बजट नहीं होने के कारण थाना नई बिल्डिंग में शिफ्ट नहीं हो पा रहा है। दूसरी ओर ठेकेदार ने बताया कि बजट नहीं होने से कैंपस में इंटरलॉकिंग टाइल्स और कनेक्शन की सुविधा भी मुहैया कराने में असमर्थ हैं।