- घोटाले की शिकायत पर सीडीओ ने बैठाई जांच, योजनाओं में कार्य के नाम पर हुआ महाखेल
जनवाणी संवाददाता |
हस्तिनापुर: केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना ब्लॉक क्षेत्र में आकर दम तोड़ती नजर आ रही है। ब्लॉक क्षेत्र के गांवों में अमृत सरोवर योजना के तहत लाखों का घोटाला होने का आरोप लगाया गया है। शिकायकर्ता ने सीडीओ से अमृत सरोवर योजना में हुए खेल की शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। शिकायकर्ता की माने तो योजना के बजट का अधिकांश हिस्ता महज कागजों तक ही सिमट कर रह गया। अमृत सरोवर योजना के नाम पर तालाबों में कार्य के नाम पर महज औपचारिकता कर खानापूर्ति की गई। शिकायत के बाद सीडीओ ने जांच कमेटी गठित कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
बता दे कि केंद्र सरकार में ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट को दूर करने के लिए दो वर्ष पूर्व अमृत सरोवर योजना का शुभारंभ किया था। योजना के तहत जनपद में 75 तालाबों का जीर्णोद्धार होना था। योजना के तहत ब्लॉक क्षेत्र में 13 तालाबों का चयन इस योजना में किया गया था। तालाबों के जीर्णोद्धार के साथ योजना में गांव से निकालने वाले पानी को पोखर तक पहुंचाने के लिए नालियों से जल निकासी की पक्की व्यवस्था करना, तालाब की सफाई व खुदाई और तालाब के किनारे ध्वजारोहण के लिए चबूतरे का निर्माण करना था।
ब्लाक क्षेत्र के गांव ऐदलपुर निवासी राजेश ने सीडीओ मेरठ नुपूर गोयल अमृत सरोवर योजना में हुए घोटले शिकायती कर कार्रवाई की मांग की। शिकायतकर्ता का कहना है कि ब्लाक क्षेत्र के गांव झड़ाका और लतीफपुर के पोखर को अमृत सरोवर योजना में शामिल किया गया, लेकिन दोनों तालाबों में बाढ़ के समय कार्य कर बिना बिल के ही लाखों का भुगतान किया गया। बाढ़ के समय खादर क्षेत्र में हर तरफ पानी ही पानी होने के साथ तालाब भी पानी से लबालब भरे थे। ऐसे में न तो तालाबों की सफाई खुदाई कैसे हो गई।