- केबल में कट कर पड़ोसियों को भी चोरी की बिजली चलवा रहा था आरोपी
जनवाणी संवाददाता |
किठौर: कस्बे में विद्युत विभाग की टीम ने मुखबिर की सूचना पर एक मकान में छापेमारी कर भारी मात्रा में बिजली चोरी पकड़ी है। टीम घटनास्थल की वीडियोग्राफी कर आरोपी का कटा हुआ केबल भी साथ ले गई। मामले को रफा-दफा करने के लिए सेटिंग की चर्चा चल रही है।
शुक्रवार को एसडीओ विकल्प महेश को सूचना मिली कि कस्बे का मोहल्ला मौसमखानी निवासी परवेज पुत्र मुंशी उम्मेद अपने केबिल में कट कर न सिर्फ खुद बिजली चोरी कर रहा है। बल्कि आसपास के कई घरों में उसी कट से चोरी की बिजली चलवाई जा रही है। जिस पर एसडीओ टीम सहित मौके पर पहुंचे और छापामारी कर बिजली चोरी पकड़ ली। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि परवेज के मकान की छत पर पड़े केबल में कट किया हुआ था जिससे बिजली चोरी की जा रही थी। परवेज ने पत्थर घिसाई की मशीन भी लगा रखी है। बताया कि छत पर कई केबिल पड़े हुए थे।
जिससे सहज अंदाजा लगाया जा रहा है कि परवेज पड़ोसियों को भी उसी कट से बिजली चलवा रहा था। बहरहाल टीम घटनास्थल की वीडियोग्राफी कर आरोपी का कटा केबल भी साथ ले गई। सूत्रों का कहना है कि मामले को रफा-दफा करने के लिए सेटिंग का खेल चल रहा है। उधर, एसडीओ का कहना है कि एक बिजली चोरी पकड़ी है, लेकिन आरोपी का नाम उन्हें याद नहीं।
झोलाछापों पर एसीएमओ की नजरे इनायत
सरधना: जिले में झोलाछापों का मकड़जाल फैला हुआ है और स्वास्थ्य विभाग आंखे मूंदे बैठा है। लोगों की जान से खिलवाड़ का यह खेल शहर से लेकर गांव देहात तक फैला हुआ है। अब तो भाजपा नेता ही इस खेल पर सवाल उठाने लगे हैं। एक भाजपा नेता ने एसीएमओ पर झोलाछापों से सेटिंग का आरोप लगाया है। जिसको लेकर डिप्टी सीएम से शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
आरोप है कि लंबे समय से जिले में जमे एसीएमओ के आशीर्वाद से झोलाछाप लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। अनिल चौधरी भाजपा के सहकारिता प्रकोष्ठ के जिला संयोजक है। अनिल चौधरी ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से शिकायत करते हुए कहा कि जिले की गली मोहल्लों में बड़ी संख्या में झोलाछाप चिकित्सक बैठे हैं। यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। भाजपा नेता का आरोप है कि एसीएमओ की मिलीभगत से यह सब खेल चल रहा है। जिससे सरकार व पार्टी की छवि खराब हो रही है।
साथ ही एसीएमओ के कारण गरीब जनता के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। भाजपा नेता ने डिप्टी सीएम से शिकायत करते हुए अपने स्तर से जांच कराके कार्रवाई करने की मांग की है। ताकि सरकार व पार्टी की छवि को बचाया जा सके। इस संबंध में एसीएमओ सुधीर कुमार से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।