- कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल रहा तैनात
- वेदव्यासपुरी में पांच करोड़ की कोठी पर की गई कार्रवाई
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: टीपीनगर थाना क्षेत्र स्थित वेदव्यास पुरी में भूमाफिया यशपाल तोमर की करीब पांच करोड़ की कोठी को पुलिस ने गुरुवार को जब्त कर सील लगा दी। पुलिस का कहना है कि माफिया ने अवैध तरीके से धन इकट्ठा कर कोठी खड़ी की और उसे अपने भाई नरेश तोमर के नाम कर दी। कुर्की की कारवाई के दौरान मौके पर एएसपी ब्रहमपुरी विवेक यादव सहित टीपीनगर पुलिस व परतापुर सहित भारी मात्रा में फोर्स तैनात रही।
पुलिस के मुताबिक बागपत के बरवाला गांव का रहने वाला यशपाल तोमर लोगों पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराकर उनकी संपत्ति हड़प लेता था। आरोप है कि यशपाल तोमर ने डेढ़ वर्ष पहले पुलिस से सांठगांठ कर दिल्ली के प्रॉपर्टी डीलर गिरधारी लाल और उसके ड्राइवर को गोली लगवाई और फिर मुकदमा दर्ज कराकर जमीन हड़प ली थी। प्रॉपर्टी डीलर का अपने भाई से विवाद चलने का फायदा उठाकर बारदात को अंजाम दिया था।
पूर्व एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए मामले की गहनता से जांच कराई थी। जिससे बाद माफिया यशपाल तोमर का मामला प्रकाश में आ गया। जिसके बाद यशपाल सहित दो लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया और यशपाल तोमर पर गैंगस्टर एक्ट की कारवाई की गयी है।
वहीं हरिद्वार एसटीएफ ने उसकी हरिद्वार में करीब 153 करोड़ की संपत्ति जब्त की। जिसके बाद मेरठ पुलिस ने ग्रेटर नोएडा में करोड़ों की संपत्ति जब्त की है। वहीं, टीपीनगर थाना क्षेत्र में अवैध रुप से बनायी गयी यशपाल की कोठी की जांच एएसपी ब्रह्मपुरी विवेक यादव कर रहे है। यह कोठी उसके भाई नरेश तोमर की बतायी गयी है जिस पर बड़ी कारवाई कर उसे जब्त किया गया है।
आलिशान कोठी तीन सो गज में दो मंजिल बनी है, जिसकी कीमत करीब पांच करोड बताई गयी है। वहीं ब्रह्मपुरी एएसपी विवेक यादव ने बताया कि ग्रेटर नोएडा में जिन किसानों ने भूमाफिया यशपाल तोमर को जमीन देने से इंकार कर दिया और प्राधिकरण को बेच दी।
यशपाल तोमर ने उन किसानों पर पंजाब, हरियाणा और दूसरों राज्यों की पुलिस से सांठगांठ कर फर्जी मुकदमे दर्ज करा दिये है। जिसके बाद मुकदमे में फंसे किसानों से मुकदमा वापस लेने के लिए करोड़ों रुपये की रकम वसूली थी। जिसके बाद ही उसने जगह-जगह कोठियां खड़ी की। वहीं यशपाल तोमर पर लगभग 18 मुकदमें दर्ज हैं।
कैसे उपलब्ध कराई पुलिस ने कोठी की चाबी?
जब पुलिस की कमरों के अंदर घुसने की हर कोशिश नाकाम रही तो पुलिस ने कमरों की चाबी मंगवा ली। क्या पुलिस के संबंध कोठी में रहने वालों से थे चाबी कौन दे कर गया। वहीं, चाबी मिल जाने के बाद पुलिस ने कमरों को खोला और अंदर एंट्री की जहां, पर जरुरी सामान नहीं था और कुछ सामान बिखरा पड़ा था।
जिसके बाद एएसपी ब्रह्मपुरी विवेक यादव ने कोठी को कब्जे में लेकर अपना ताला लगवाया और बाहर एक पोस्टर चस्पा दिया। जिस पर लिखा न्यायालय जिला मजिस्ट्रेट मेरठ के आदेश पर धारा 14/1 गैंगस्टर अधि. 1986 के अनुपालन में यशपाल तोमर पुत्र महेंद्र सिंह निवासी ग्राम बरवाला थाना रमाला बागपत हाल पता आवासीय भवन मकान वेदव्यासपुरी अवैध रूप से बनायी गयी कोठी पर कब्जे में लिया गया है।
पहले ही कोठी हो चुकी थी, खाली
बुधवार को एसएसपी ने यशपाल की कोठी की कुर्की के आदेश दिये जिसकी भनक कोठी में रहने वालों को पड़ गयी। जिसके बाद उन्होंने रात को ही जरूरी सामान निकाल लिया था और पूरी कोठी की मजबूती से ही अंदर से लॉक कर दिया। जिसका मैन गेट तोड़ने के लिए लुहार नरेंद्र को मशक्कत करने के बाद सफलता मिली। अंदर घुसने के बाद कमरों का ताला तोड़ा गया, लेकिन कमरे अंदर से लॉक होने के कारण पुलिस अंदर नहीं घुस पाई। वहीं लुहार सहित पुलिस ने घंटों तक अंदर घुसने का प्रयास किया।