- दहशत के साये में वाशिंदे, शाम ढलते ही घरों में कैद
- पांच किमी के दायर में दोबारा दर्ज नहीं हुई तेंदुए की मौजूदगी
- डीएफओ की लोगों को अलर्ट रहने की सलाह, एक दिनी रहेगा अभियान
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: छावनी से सटे जनपद के बार्डर एरिया में रहने वाले दहशत में हैं। तेंदुए की दहशत के चलते लोग शाम ढलते ही घरों में कैद हो जा रहे हैं। घरों के बाहर पशुओं को बांधना बंद कर दिया है। साल में यह तीसरा मौका है, जब तेंदुए की मौजूदगी दर्ज की गई है। करीब साल भर पहले जिन इलाकों में तेंदुए की मौजूदगी दर्ज हुई थी वो सीसीटीवी में कैद हुआ था, उन इलाकों में रहने वाले खासे दहशत में हैं। इस बीच वन विभाग ने भी लोगों से सावधान रहने को कहा है ताकि किसी को नुकसान न पहंंचे।
तेंदुए की तलाश में सेना व वन विभाग की टीमें ज्वाइंट सर्च आॅपरेशन चला रही हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि तेंदुआ इतना शातिर और तेज रफ्तार पशु है कि उसकी परछाई तक को छूना आसान नहीं होता। तेंदुए जैसे तेज तर्रार जंगली व हिंसक पशु के सर्च के लिए मेरठ के संदर्भ में यदि बात की जाए तो वन विभाग के स्टाफ के पास वैसे उपकरणों का टोटा है। वैसे तेंदुआ जैसा जीव आमतौर पर रात के अंधेरे मेें या फिर माहौल सुनसान होने पर ही निकलता है। ऐसे में इस बात की उम्मीद बहुत कम है कि सर्च अभियान के कोई सार्थक परिणाम सामने आ सकेंगे।
वन विभाग के अधिकारियों की मानें तो जरूरी नहीं कि तेंदुआ जहां दिखाई दिया है, वहां वह देर तक रुके। तेंदुए सरीखे वन जीव बहुत तेजी से जगह बदलते रहते हैं। इनकी स्पीड बहुत ज्यादा होने की वजह से कई बार तो यह जीव अनुमान से कहीं ज्यादा तेजी से दूसरी जगह पहुंच जाता है। इसके दोबारा जहां पहले दिखाई दिया है वहां एक बार लौटकर आने की भी पूरी उम्मीद होती है।
जहां तक इसको पकड़े जाने की बात है तो वो काम भी बेहद दुश्वारियों भरा है। डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि तेंदुए की तलाश में जो सर्च अभियान चलाया जा रहा है वह एक दिनी है। अभी केवल तेंदुए की लोकेशन लेने की कोशिश की जा रही है। इससे ज्यादा कुछ नहीं है। डीएफओ ने बताया कि तेंदुए की मौजदगी से सेना के मुख्यालय यानि सब ऐरिया को भी अवगत कर दिया है। इसके बाद ही बुधवार को ज्वाइंट सर्च आॅपरेशन चलाया गया।
पिछले साल भी रही मौजूदगी
पिछले साल भी सर्दी के मौसम में तेंदुए की मौजूदगी की खबर आयी थी। माल रोड गांधी बाग की दीवार से नीचे उतरता हुआ वह सीसीसटीवी में कैद हुआ था। उसके बाद मवाना रोड के मीनाक्षीपुरम इलाके में एक न्यायिक अधिकारी के आवास के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में भी वह कैद हुआ था। तेंदुआ आमतौर पर सर्दी के मौसम में ही देखा जाता है। यह एक संयोग भी हो सकता है।
वीडियो आरवीसी सेंटर का
वायरल वीडियो में नजर आ रहा तेंदुआ आरवीसी सेंटर का बताया गया है। वीडियो के आधार पर वन विभाग के तीन टीमों को आरबीसी सेंटर में तेंदुआ तलाश करने के लिए लगाया गया है। तीनों टीमों ने आरबीसी सेंटर के ढाई किलोमीटर के एरिया तक तेंदुआ तलाश किया गया है, लेकिन अभी तक उसका कोई पता नहीं चल सका है।
पूर्व में भी है देखा जा चुका
इससे पहले दिसंबर 26 साल 2022 को भी छावनी क्षेत्र में गांधी बाग के गेट नंबर तीन के पास रात में तेंदुआ दिखाई देने पर लोगों में दहशत का माहौल बन गया था। सदर बाजार पुलिस ने रजबन बाजार समेत आसपास के क्षेत्र में अनाउंसमेंट कर दुकानें बंद कराई थीं और लोगों से घरों के अंदर रहने की अपील की थी। तब पुलिस ने वन विभाग की टीम के साथ पश्चिम यूपी सब एरिया कैंटीन व आसपास के क्षेत्र में तेंदुआ की तलाश शुरू की।
इलाकों में पसरा सन्नाटा
एक बार फिर तेंदुआ नजर आने के बाद आज कैंट व सोफीपुर फायरिंग रेंज से सटे लावड़ रोड समेत तमाम इलाकों में शाम ढलते ही सन्नाट पसरा गया। फिलहाल लोगों ने मार्निंग वाक से भी परहेज बरतने की बात कही है। इसके अलावा सोफीपुर फायरिंग रेंज से सटे जिनके खेत हैं वो भी अब दिन निकलने के बाद तथा अकेले जाने के बजाय चार-छह लोगों के साथ निकलते हैं। इसके अलावा जिसको भी जानकारी मिली उसने अन्य को सतर्क रहने को कहा। तेंदुआ की दहशत से सड़कें सुनी हो चली है।
वैकल्पिक रास्तों का प्रयोग
छावनी क्षेत्र में तेंदुआ के दिखाई देने से लोगों में दहशत का माहौल दिखाई दिया। माल रोड समेत अन्य कई सड़कें सूनी हो गई। वाहन चालकों ने भी दूसरे मार्गों से आना-जाना शुरू कर दिया। पुलिस व सैन्य अधिकारी भी पूरी तरह अलर्ट हो गए और वन विभाग की टीम के साथ मिलकर माल रोड, आरवीसी सेंटर व गांधी बाग में सर्च आॅपरेशन चलाया। इसके अलावा लोगों से कहा है कि पैनिक न करें यदि जीव दिखाई देता है तो तत्काल कंट्रोल रूम 112 को सूचित करें।
- सर्च आपरेशन
तेंदुए को लेकर आज सर्च आपरेशन चलाया गया। करीब पांच किलोमीटर का दायर सर्च किया गया है तेंदुए की मौजदगी दर्ज नहीं हुई है। लोगों से सावधान रहने को कहा गया है। -राजेश कुमार, डीएफओ, मेरठ