जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह को कर्नल सोफिया कुरैशी से जुड़ा विवादित बयान देने पर सख्त फटकार लगाई है। कोर्ट ने मंत्री की ओर से पेश की गई माफी को स्वीकार करने से इनकार करते हुए कहा कि सार्वजनिक पद पर बैठे व्यक्ति को अपने शब्दों का चयन सोच-समझकर करना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा?
विवाद कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए गए मंत्री विजय शाह के बयान से जुड़ा है, जिसे सेना के प्रति असम्मानजनक माना गया है। सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा, “आप एक सार्वजनिक चेहरा हैं, एक अनुभवी नेता हैं। आपको बोलने से पहले अपने शब्दों को तोलना चाहिए। यह सेना से जुड़ा गंभीर मामला है, और हमें इसमें अत्यधिक जिम्मेदारी के साथ व्यवहार करना होगा।”
बयान का वीडियो सार्वजनिक रूप से चलाया जाएगा
कोर्ट ने आगे यह भी कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो बयान का वीडियो सार्वजनिक रूप से चलाया जाएगा, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि बयान की गंभीरता क्या थी।
इस टिप्पणी के कारण पूरा देश शर्मसार
जस्टिस सूर्यकांत ने कहा, ‘इस टिप्पणी के कारण पूरा देश शर्मसार है। हमने आपके वीडियो देखे। आप बहुत गंदी भाषा का इस्तेमाल करने वाले थे, लेकिन शायद आपकी समझ काम आई या आपके दिमाग ने आपको रोका या फिर हो सकता है कि आपको उचित शब्द न मिले हों। आपको शर्म आनी चाहिए। पूरे देश को हमारी सेना पर गर्व है और आपने यह बयान दिया।’
‘आपको शर्म आनी चाहिए’
पीठ ने मंत्री से पूछा, ‘यह किस तरह की माफी थी? आपको बस अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए थी और माफी मांगनी चाहिए थी, लेकिन आप कहते हैं कि अगर आपने यह और वह कहा है… तो मैं माफी मांगता हूं। माफी मांगने का यह तरीका नहीं है। आपने जिस तरह की भद्दी टिप्पणी की है, आपको शर्म आनी चाहिए।’
गौरतलब है कि यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य प्रतिष्ठान की गरिमा से जुड़ा हुआ है, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए यह संकेत दिया है कि ऐसे मामलों में सिर्फ माफी काफी नहीं होगी। अब अगली सुनवाई में इस पर कड़ा रुख देखने की संभावना जताई जा रही है।