जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: विश्व मात्स्यिकी दिवस पर प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजनान्तर्गत एक दिवसीय विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि डा0 संजय कुमार निषाद, मत्स्य मंत्री ने किया।
कार्यक्रम में जनपद लखनऊ, रायबरेली, लखीमपुर खीरी, उन्नाव, हरदोई, कानपुर देहात, इटावा, औरैया, अम्बेडकर नगर, अमेठी एवं सुल्तानपुर के मत्स्य व्यवसाय से जुड़े हुए लगभग 600 मत्स्य पालकों/उद्यमियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम स्थल पर मात्स्यिकी से सम्बन्धित 18 स्टाॅल लगाये गये जिसमें मुख्यतः मत्स्य पूरक आहार, बायोफ्लाक, एक्वेरियम, नौका आदि से सम्बन्धित प्रमुख कम्पनियों ने प्रतिभाग किया जिसका उपस्थित मत्स्य पालकों ने अवलोकन करते हुए आर0ए0एस0 एवं बायोफ्लाक के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डा0 संजय कुमार निषाद, मत्स्य मंत्री द्वारा द्वारा मत्स्य पालकों को बताया गया कि अब तक प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना में अनुदान लेने हेतु वित्तीय वर्ष 2022-23 हेतु लगभग 75 हजार आवेदकों द्वारा आवेदन किया गया है जिसमें से लगभग 16 हजार आवेदकों को नियमानुसार अनुदान का लाभ दिया जायेगा।
मत्स्य पालकों से कहा गया कि वह प्रदर्शनी का लाभ उठाये तथा अधिकारियों एवं वैज्ञानिकों से अपने शंका समाधान भी कर लें। मंत्री ने बताया कि मात्स्यिकी के क्षेत्र में राजस्व की बढ़ोत्तरी होगी तथा अधिकाधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे। मत्स्य पालन को तकनीकी रूप से करने का समय है अतः समस्त मत्स्य पालक एन0बी0एफ0जी0आर0, संस्थान के वैज्ञानिकों से समन्वय स्थापित कर तकनीकी रूप से मत्स्य पालन करें तथा मछलियों के आधार कार्ड जिसे फिश टैगिंग कहा जाता है कि भी जानकारी प्राप्त करें। मत्स्य व्यवसाय से जुड़कर स्वरोजगार के अवसर प्राप्त करने एवं आर्थिक उन्नति हेतु लोगों को प्रेरित किया गया। कार्यक्रम में वीरू साहनी, सभापति उ0प्र0 मत्स्य जीवी सहकारी संघ लि0 एवं रमाकान्त निषाद, अध्यक्ष उ0प्र0 मत्स्य विकास निगम लि0 द्वारा भी अपने विचार व्यक्त किये गये।
डा0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव, मत्स्य, उ0प्र0 शासन द्वारा समस्त मत्स्य पालकों को विश्व मात्स्यिकी दिवस की बधाई दी तथा मत्स्य पालन में तकनीकी रूप से कार्य करने के प्रेरित किया तथा प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना में विभिन्न परियोजनाओं में लाभ लेने हेतमु प्रेरित किया। प्रशान्त शर्मा, निदेशक मत्स्य द्वारा विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गयी तथा इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में उद्यमी के तरीके से कार्य करने के लिए मत्स्य पालकों को प्रेरित किया। निदेषक एन0बी0एफ0जी0आर0 एवं प्रोफेसर डा0 सिराजुद्दीन विभागाध्यक्ष जन्तु विज्ञान विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा मत्स्य पालन से सम्बन्धित तकनीकी जानकारी दी गयी। मोनिषा सिंह, प्रबन्ध निदेशक, उ0प्र0 मत्स्य जीवी सहकारी संघ लि0, विजय शंकर चौरसिया, उप निदेशक मत्स्य, एजाज अहमद नकवी, मुख्य महाप्रबन्धक, उ0प्र0 मत्स्य विकास निगम लि0 एवं एन0बी0एफ0जी0आर0 के वैज्ञानिक डा0 राघवेन्द्र एवं अन्य वैज्ञानिकों द्वारा भी तकनीकी जानकारी दी गई। मंत्री द्वारा मत्स्य व्यवसाय से जुुड़े 30 मत्स्य पालकों/उद्यमियों को मत्स्य विकास के क्षेत्र में सराहनीय योगदान हेतु प्रशस्ति पत्र एवं शाॅल देकर सम्मानित किया गया। मंत्री द्वारा 40 मत्स्य पालकों को किसान के्रडिट कार्ड एवं 110 मत्स्य पालकों को मछुआ दुर्घटना बीमा प्रमाण-पत्र भी वितरित किया गया। प्रदर्षनी में लगी तीन सबसे अच्छी स्टाल एस0आर0 विज्ञान को प्रथम पुरुस्कार, आर0एस0 पालिमर को द्वितीय पुरस्कार तथा मेहरोत्रा एक्वेरियम को तृतीय पुरुस्कार दिया गया।
कार्यक्रम के अन्त में प्रषान्त शर्मा, निदेशक मत्स्य तथा एन0एस0 रहमानी संयुक्त निदेशक मत्स्य द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए मंत्री एवं अन्य सभी अधिकारियों, अतिथियों तथा मत्स्य व्यवसाय से जुड़े मत्स्य पालकों/उद्यमियों के प्रति आभार व्यक्त किया गया।